जैसलमेर (सूर्यवीरसिंह तंवर): राजस्थान की तपती रेत पर जब नौतपा की दस्तक होती है.तो आसमान से आग बरसने लगती है, लेकिन इस बार जैसलमेर में नौतपा की शुरुआत कुछ अलग ही अंदाज़ में हुई. सूरज की तपिश की जगह, इस बार धूल और आंधियों ने मोर्चा संभाल लिया. सुबह-सुबह जब जैसलमेरवासी नींद से जागे, तो सूरज के दर्शन तक नहीं हुए. आसमान में रेत का ऐसा गब्बर छाया था कि पूरा शहर धुंध में लिपटा नजर आया. हवाएं इतनी तेज चलीं कि सड़क पर चलना मुश्किल हो गया. दृश्यता इतनी कम कि वाहन चालक भी परेशान हो उठे.
लाठी क्षेत्र में कल देर शाम आई आंधी ने सबको हिला दिया. खेतोलाई और धोलिया जैसे इलाकों में हल्की बारिश ने सबको चौंका दिया. रेगिस्तान में जहां पानी की एक बूंद का इंतज़ार रहता है, वहां नौतपा के पहले दिन ही बारिश होना किसी अजूबे से कम नहीं. तेज रफ्तार हवाओं ने जैसलमेर की सुनहरी छवि को भी धुंधला कर दिया. स्वर्ण नगरी इस बार सोने सी नहीं, बल्कि धूल और रेत में लिपटी नजर आई. हालात ऐसे बन गए कि लोग खुद को घरों में बंद करने को मजबूर हो गए.
मौसम विभाग की माने तो ये तो बस शुरुआत है. आने वाले नौतपा के दिनों में गर्मी के साथ-साथ धूलभरी हवाओं और आंधियों का सिलसिला जारी रह सकता है. विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और बेवजह घर से बाहर न निकलने की अपील की है. एक तरफ जहां नौतपा को लेकर गर्मी की तैयारी की जा रही थी, वहीं मौसम की इस करवट ने लोगों को हैरान कर दिया है. मौसम ने साफ कर दिया है कि इस बार सिर्फ लू से ही नहीं, धूलभरी आंधियों से भी मुकाबला करना होगा. जैसलमेर के आसमान में भले ही इस वक्त रेत की चादर तनी हो, लेकिन यह शहर हर मौसम की चुनौती का डटकर सामना करना जानता है. सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और मौसम की हर करवट पर नज़र बनाए रखें.