नई दिल्ली: विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन सोमवार को पुरुषों की भाला फेंक एफ 46 स्पर्धा में रिंकू हुड्डा ने विश्व रिकॉर्डधारी हमवतन सुंदर सिंह गुर्जर को पछाड़ कर स्वर्ण पदक जीत लिया. गुर्जर को रजत पदक से संतोष करना पड़ा. रिंकू ने 66.37 मीटर भाला फेंककर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप खिताब जीता जबकि गुर्जर ने 64.76 मीटर भाला फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया.
हरियाणा के रोहतक के पास एक गांव के रहने वाले रिंकू जब तीन साल के थे, तब उनका हाथ फैन ब्लैड में आकर बुरी तरह कट गया था. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा के सपूत ने एक बार फिर खेल के मैदान पर तिरंगे की शान बुलंद की है. पैरा विश्व चैम्पियनशिप में हरियाणा के धाकड़ खिलाड़ी रिंकू हुड्डा ने 66.37 मीटर भाला फेंकते हुए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है.
हरियाणा के सपूत ने एक बार फिर खेल के मैदान पर तिरंगे की शान बुलंद की है। पैरा विश्व चैम्पियनशिप में हरियाणे के धाकड़ खिलाड़ी रिंकू हुड्डा ने 66.37 मीटर भाला फेंकते हुए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है।
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) September 30, 2025
हरियाणा… pic.twitter.com/J5NZxlWIes
यह उपलब्धि न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है. उन्होंने कहा कि हरियाणा की धरती सदैव खेल प्रतिभाओं की जननी रही है. यहां के खिलाड़ी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. कठिन परिस्थितियों के बावजूद हार न मानते हुए इन्होंने दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा और जज़्बे का लोहा मनवाया है. मैं इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई देता हूँ और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ.