VIDEO: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का नया कीर्तिमान, रेरा में RHB के 100 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने अपनी शानदार यात्रा में एक और माइल स्टोन बनाया है. हाउसिंग बोर्ड देश की ऐसी पहली सरकारी संस्था बन गई है जिसने रेरा में 100 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड कराये हैं. इस उपलब्धि को सेलिब्रेट करने के लिए हाउसिंग बोर्ड में एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें रेरा के चेयरमैन एनसी गोयल भी मौजूद रहे. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने बीते 4 साल में शानदार सफ़र तय किया है. बीते 4 साल में हाउसिंग बोर्ड ने जहां अपने ध्येय वाक्य आमजन को आवास को बखूबी पूरा किया है और कई अनूठे प्रोजेक्ट भी हाउसिंग बोर्ड ने धरातल पर उतारे हैं. अपने इस शानदार सफ़र में हाउसिंग बोर्ड ने एक नया कीर्तिमान बनाया है.

हाउसिंग बोर्ड ने रेरा राजस्थान में अपने 100 प्रोजेक्ट पूरे कर लिए हैं,ऐसा करने वाली हाउसिंग बोर्ड देश की पहली सरकारी संस्थान है. इस मौके पर हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय में आज एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें रेरा के चेयरमैन सहित सभी प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे.इस मौके पर केक काट कर इस उपलब्धि को सेलिब्रेट किया गया. रेरा के चेयरमैन एनसी गोयल ने अच्छा काम करने वाले हाउसिंग बोर्ड के कार्मिकों को मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया. कार्यक्रम में राजस्थान रेरा के चेयरमैन और पूर्व मुख्य सचिव एनसी गोयल ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड की यह उपलब्धि बहुत बड़ी है. अगर सभी निजी बिल्डरों के प्राजेक्ट्स को मिला लिया जाए तो भी हाउसिंग बोर्ड प्राजेक्ट्स रजिस्टर्ड कराने में अव्वल है. 

गोयल ने कहा कि आम तौर पर सरकारी संस्था से ऐसी उम्मीद नहीं की जाती है लेकिन हाउसिंग बोर्ड ने 100 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड कराए हैं जो बड़ी बात है इस उपलब्धि के लिए गोयल ने हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा और उनकी पूरी टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि रेरा का गठन उपभोक्ताओं के हितों को  को ध्यान में रख कर किया गया है. ऐसी संस्थाएं प्रमुखता से रेरा रजिस्ट्रेशन कराती हैं जो खुद उपभोक्ताओं के हितों को लेकर संवेदनशील हैं. गोयल ने कहा कि बीते 4 साल में पवन अरोड़ा के कार्यकाल में हाउसिंग बोर्ड ने जो काम किया है वह अकल्पनीय है. मैं पिछले 25 साल से जयपुर के विकास को देख रहा हूं. इस दौरान हाउसिंग बोर्ड से कभी यह अपेक्षा नहीं की जाती थी कि हाउसिंग बोर्ड इतने बड़े स्तर पर और अच्छी गुणवत्ता का काम और इतने विविध स्तर का काम कभी भी कर पाएंगे, लेकिन बीते 4 साल में हाउसिंग बोर्ड ने इस मिथक को तोड़ दिया है जिसकी जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है.

रेरा में हाउसिंग बोर्ड के 100 प्रोजेक्ट पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने कहा कि जिस तरह से किसी प्रोजेक्ट के लिए ISI मार्का का महत्व होता है उसी तरह से रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में रेरा नंबर का महत्व होता है. किसी भी प्रोजेक्ट की शुरू होने से पहले रेरा में रजिस्ट्रेशन होने से यह तय हो जाता है कि वह संस्था निर्धारित समय में उस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कमिटेड है. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड कराने के साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि हाउसिंग बोर्ड इतनी योजनाएँ ले कर आया है. अरोड़ा ने रेरा के अधिकारियों की तारीफ़ करते हुए कहा कि रेरा से RHB को पूरा सहयोग मिला है. अरोड़ा ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड ने बड़ी संख्या में आमजन से लेकर हर वर्ग को अच्छी गुणवत्ता के आवास उपलब्ध कराए हैं.

कोरोना के बावजूद शिक्षक और पुलिसकर्मियों की आवासीय योजना को समय से पहले पूरा किया है. अरोड़ा ने अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा कि सभी के प्रयासों से हाउसिंग बोर्ड को यह उपलब्धि मिली है. उन्होंने कहा कि आज से 4 साल पहले हाउसिंग बोर्ड के हालात बिल्कुल अलग थे. 4 साल पहले बिना बिके क़रीब 20 हज़ार मकानों को बेचने की चुनौती थी लेकिन हाउसिंग बोर्ड ने इन मकानों को बेचने के साथ ही लोगों के लिए बड़ी संख्या में नए आवास भी उपलब्ध कराए हैं साथ ही एक से बढ़कर एक अनूठे प्रोजेक्ट भी जनता को समर्पित किए हैं. अरोड़ा ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड का रिवाइवल बिना पोलिटिकल बिल के संभव नहीं था.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुरू में ही यह मंशा जाहिर कर दी थी कि हाउसिंग बोर्ड को वापस उसका पुराना गौरव लौटाना है. UDH मंत्री शांति धारीवाल की अगुवाई में CM की यह मंशा हाउसिंग बोर्ड टीम की मेहनत से पूरी हुई है. रेरा में 100 प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड कराना हाउसिंग बोर्ड की असाधारण उपलब्धि है. अथक मेहनत और कमिटमेंट के दम पर बोर्ड ने यह उपलब्धि हासिल की है. रेरा में हर प्रोजेक्ट के पंजीकरण को समय रहते पूरा करने के लिए हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने रेरा सेल भी स्थापित की. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हाउसिंग बोर्ड का यह कीर्तिमान और नई ऊंचाई छुएगा.