श्योपुर: दक्षिण अफ्रीका से दो दिन पहले लाए गए 12 चीतों को रविवार को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार भोजन परोसा गया था, जिसे उन्होंने बड़े चाव से खाया. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है.
कूनो राष्ट्रीय उद्यान के डिवीजनल वन अधिकारी पी. के. वर्मा ने बताया कि सात नर और पांच मादा सहित इन 12 चीतों को रविवार शाम करीब पांच बजकर 50 मिनट पर 65 से 70 किलोग्राम भैंस का मांस दिया गया. उन्होंने कहा कि इन सभी को विशेष बाड़ों में एक महीने के लिए पृथक-वास में रखा गया है. अधिकारियों ने बताया कि भारत आने से पहले उन्हें 15 फरवरी को सुबह छह बजे दक्षिण अफ्रीका के रूइबर्ग और फिंडा रिजर्व में उनके बाड़ों में अंतिम बार भोजन दिया गया था. माना जाता है कि चीते रोजाना भोजन नहीं करते. वे तीन दिन में एक बार खाना खाते हैं.
राष्ट्रीय उद्यान में लाकर 10 बाड़ों में छोड़ा गया:
भारत में पिछले सात दशक से विलुप्त चीतों को पुन: बसाने की योजना के तहत भारतीय वायुसेना के विमान से दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को शनिवार को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाकर 10 बाड़ों में छोड़ा गया है. इससे पहले नाबीबिया ने लाकर आठ चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को इस उद्यान में छोड़ा गया था. इसके साथ ही इस उद्यान में अब कुल 20 चीते हो गए हैं. सोर्स-भाषा