जैसलमेर में 20 पाक विस्थापित बने भारतीय, कलेक्टर टीना डाबी ने नागरिकता प्रमाण-पत्र सौंपा

जैसलमेर: पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आए पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र देने के लिए बुधवार को डीआरडीए हॉल में शिविर लगाया गया. कलेक्टर टीना डाबी ने 20 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण-पत्र दिए. शिविर में भारत की नागरिकता के लिए मिले आवेदन पत्रों की जांच करवा कर उनका रजिस्ट्रेशन किया गया. 

कलेक्टर टीना डाबी ने शिविर के दौरान पाक विस्थापित मोहन कंवर, दिलीप सिंह, शकुन्तला बाई, धनुन, नसीबा बीबी, खेमून, कोरीमाई, पुरुषोतमदास, लीलोमाई, मूमली, निरमा, जेठों, भागन, मारवी, नारायण, उमर, श्रवण, बाईली, केंकू व परागों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र प्रदान किए. शिविर में न्यायिक अनुभाग के वरिष्ठ सहायक राजेन्द्र के साथ ही सीआईडी-बीआई के अधिकारियों ने पूरा सहयोग प्रदान किया. पाक विस्थापित नागरिकों ने कलेक्टर टीना डाबी के हाथों नागरिकता प्रमाण पत्र लेकर खुशी जाहिर की.

इस दौरान एडीएम गोपाल लाल स्वर्णकार ने नागरिकता सम्बन्धी किए जाने वाले ऑनलाइन काम के संबंध में प्रशासन के साथ ही सीआईडी-बीआई, पुलिस, आईबी के अधिकारियों को कहा कि वे पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करें. उन्होंने कागजों की पूरी जांच कर नागरिकता के लिए ऑनलाइन आवेदन भी भरवाने की कार्रवाई करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. जिला कलेक्टर डाबी ने पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान करने के बाद उनको हार्दिक बधाई दी एवं कहा कि भारतीय नागरिकता मिलने से उन्हें अपने अधिकारों का पूरा हक मिलेगा. 

पाक विस्थापितों के पुनर्वास व उत्थान के लिए भी भरसक प्रयास करने का विश्वास दिलाया:
उन्होंने पाक विस्थापितों के पुनर्वास व उत्थान के लिए भी भरसक प्रयास करने का विश्वास दिलाया. उन्होंने कहा कि आज का दिन इन पाक विस्थापितों के लिए बहुत ही खुशी और यादगार का दिन है. इसलिए उन्हें इस दिन को हमेशा याद रखना है. उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा पाक विस्थापितों की जरूरतमंद सुविधाएं उपलब्ध करवाने का भी विश्वास दिया. इस दौरान विज्ञान भवन के आसूचना अधिकारी नवीन माथुर, चंद्रेश कुमार, नायब तहसीलदार ललित चारण, अध्यक्ष सीमान्त लोक संगठन हिन्दू सिंह सोढ़ा, पाक विस्थापितों के लिए काम करने वाले दिलीप सिंह सोढ़ा, पार्षद नाथू भील के साथ ही सीआईडी और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे.