अंतर्राष्ट्रीय योगा डे के 50 दिवसीय "काउंटडाउन" का आगाज, करीब दो घंटे तक चला योगाभ्यास कार्यक्रम

अंतर्राष्ट्रीय योगा डे के 50 दिवसीय "काउंटडाउन" का आगाज, करीब दो घंटे तक चला योगाभ्यास कार्यक्रम

जयपुर: भारत समेत दुनियाभर में 21 जून को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां अभी से शुरू हो गई है. देशभर में योग दिवस को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके 50 डे काउंटडाउन का जयपुर से आगाज हुआ. कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र और अन्य केन्द्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में हजारों की संख्या में लोगों ने योगाभ्यास किया. 

हर घर योग, हर आंगन योग, कुछ इसी सोच के साथ सीकर रोड स्थित भवानी निकेतन संस्थान में अंतर्राष्ट्रीय योगा डे के 50 दिवसीय "काउंटडाउन" की भव्य शुरूआत हुई. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि योग कोई थेरेपी भर नहीं है बल्कि आत्म विकास का सबसे बड़ा माध्यम है. मानसिक शांति एवं संतोष के लिए योग सर्वथा उपयोगी है. यौगिक दिनचर्या से जुड़कर जीवन की जटिलताओं को आसानी से हल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शास्त्रों में योग को स्वस्थ जीवन की कला और विज्ञान कहा गया है. योग को हमारे यहां शुरू से ही स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के साथ जीवन के एक आदर्श तरीके के रूप में स्वीकार किया गया है. उन्होंने कहा कि योग ने कोविड के दौर में लोगों को सकारात्मक रखने में अहम भूमिका निभाई है.

कार्यक्रम में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानन्द सोनोवाल ने कहा कि योग को विज्ञान की पद्धति मानकर आज दुनिया भर में अपनाया जा रहा है. देश के गांव-गांव तक योग की संस्कृति का प्रसार करने के लिए संकल्पित हो कर कार्य किया जा रहा है. देश एवं दुनिया में प्रति वर्ष मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए इस बार काउंट डाउन की श्रृंखला में जयपुर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है. सोनोवाल ने दावा किया कि पिछले बार करीब 23 करोड लोग योग दिवस में भागीदार बने थे, ये संख्या इस बार दोगुना से अधिक होगी. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान की संस्कृति में योग का पुराना साम्य रहा है. योग हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बने, इसके लिए देश में अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं.

करीब दो घंटे चले कार्यक्रम में 45 मिनट का योगाभ्यास भी आयोजित किया गया:
करीब दो घंटे चले कार्यक्रम में 45 मिनट का योगाभ्यास भी आयोजित किया गया. इसमें राज्यपाल मिश्र के अलावा केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री महेन्द्र मुंजपारा, केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी समेत अन्य अतिथियों ने आमजन के साथ भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम विलोम सहित विभिन्न योग मुद्राओं का अभ्यास किया.