75 वां गणतंत्र दिवस आज, कर्तव्य पथ पर दिखेगी सैन्य शक्ति, जानें इस दिन को क्यों चुना गया और महत्व

नई दिल्लीः आज 75 वां गणतंत्र दिवस है. पूरा देश 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है. 15 अगस्त, 1947 को भारत को स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा मिल गया था. लेकिन  लगभग तीन साल बाद 26 जनवरी, 1950 को संविधान को अपनाने के साथ भारत ने खुद को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राज्य घोषित किया. इसी दिन को तब से गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है

इस खास मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दूसरी बार राजपथ पर तिरंगा फहराएंगी. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन चीफ गेस्ट हैं. 13 हजार स्पेशल गेस्ट भी आएंगे. इस बार गणतंत्र दिवस की थीम 'विकसित भारत' और भारत-लोकतंत्र की मातृका रखी गयी है. 

परेड सुबह 10:30 बजे से शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी. परेड की शुरुआत रायसीना हिल्स से होती है और वह राजपथ, इंडिया गेट से गुजरती हुई लालकिला तक जाती है. बड़ी संख्या में लोग परेड देखने के लिए राजपथ पर पहुंचते हैं. 

परेड का आगाज 100 महिला म्यूजिशियन शंख, नगाड़े और दूसरे पारंपरिक वाद्य-यंत्रों के साथ करने वाली है. 1500 महिलाएं अपने पारंपरिक पहनावे में परेड में लोक नृत्य करेंगी. 

बता दें कि दिसंबर 1929 में लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया था. इसी कड़ी में 26 जनवरी 1930 की तारीख को पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. 26 जनवरी की तारीख के महत्व को बरकरार रखने के लिए इसी दिन साल 1950 में संविधान लागू किया गया, जिसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया.