नोएडा: दिल्ली से सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के शहरों में रविवार की तुलना में सोमवार को वायु प्रदूषण के स्तर में अपेक्षाकृत कुछ कमी देखी गई. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी.
विभाग ने बताया कि देर रात से चल रही तेज हवाओं के चलते प्रदूषक कणों के छंटने के कारण वायु प्रदूषण में सुधार हुआ है, हालांकि सोमवार सुबह भी एनसीआर में धुंध छाई रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रदूषण मापक ऐप ‘समीर’ के मुताबिक, सोमवार सुबह एनसीआर में सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) फरीदाबाद में 335 दर्ज किया गया.
इसके बाद नोएडा का स्थान रहा, जहां एक्यूआई 333 दर्ज किया गया. गुरुग्राम में यह 320, गाजियाबाद में 316, ग्रेटर नोएडा में 310, मानेसर में 308 दर्ज किया गया. रविवार को गुरुग्राम में एक्यूआई 372, फरीदाबाद में 371, गाजियाबाद में 366, ग्रेटर नोएडा में 349, नोएडा में 321, मानेसर 348 दर्ज किया गया था.
कणों के छंटने से वायु प्रदूषण में सुधार हुआ:
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि देर रात से चल रही तेज हवा के चलते प्रदूषक कणों के छंटने से वायु प्रदूषण में सुधार हुआ है. पीएम10 और पीएम2.5 (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) जैसे प्रदूषकारी तत्वों के लिए स्वीकार्य वार्षिक मानक क्रमशः 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और 40 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है. सोर्स-भाषा