पश्चिमी पहनावे से दुखी हैं Asha Parekh, वुमन फैशन पर कही ये बात

मुंबई : इंडियन महिलाओं द्वारा अपनाए जा रहे वेस्टर्न कल्चर को लेकर विधायक आशा पारेख (Asha Parekh) ने अपनी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि महिलाएं स्पेशल मौकों पर पारंपरिक पोशाक पहनना बंद कर चुकी हैं. सलवार कमीज लहंगा चोली की जगह अब गाउन ने ले ली है जिससे आशा काफी दुखी हैं.

आशा पारेख (Asha Parekh) ने कहा कि सब कुछ बदल चुका है शादियों में गाउन पहने जा रहे हैं हमारी घाघरा चोली, साड़ी और सलवार कमीज वह क्यों नहीं पहनते हैं. एक्ट्रेस ने कहा कि लोग पर्दे पर अभिनेत्रियों को देखकर उनकी नकल करना चाहते हैं. सब कुछ वेस्टर्न हो रहा है और मुझे दुख होता है.

कुछ दिनों पहले जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने भी इसी तरह की राय रखी थी और कहा था कि जो कुछ हुआ वह अनजाने में हुआ लेकिन हम पश्चिमी पहनावे को स्वीकार कर चुके हैं. एक्ट्रेस ने कहा था कि एक महिला को नारी में शक्ति देखना पसंद होता है इसका यह मतलब नहीं कि मैं यह कह रही हूं कि जाओ साड़ी पहनो यह बस एक उदाहरण है. आगे उन्होंने कहा था कि पश्चिम में भी महिलाएं हमेशा कपड़े पहनती हैं यह सब बहुत बाद में शुरू हुआ