नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के खराब स्तर को लेकर दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों पर करारा हमला बोला और उनके इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि यह आपराधिक लापरवाही से कम नहीं है, जिसकी वजह से वायु गुणवत्ता खराब हुई. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि दिल्ली और पंजाब के लोग हवा में जहर के लिए अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकारों को दोष दे रहे हैं. उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पंजाब में पराली जाने के मामलों की संख्या पिछले साल 7,648 थी जो इस साल बढ़कर 10,214 हो गई है.
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली पूर्वानुमान एजेंसी वायु गुणवत्ता मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, सोमवार को दिल्ली के पीएम2.5 प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 22 प्रतिशत रहा. रविवार को यह 26 प्रतिशत और शनिवार को 21 प्रतिशत था.दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार को पूर्वाह्न 10 बजे 429 पर रहा, जबकि यह सोमवार को शाम चार बजे 352 था. यदि एक्यूआई 400 से अधिक हो तो उसे गंभीर श्रेणी में माना जाता है और इसके कारण लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है.
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 को ‘मध्यम’, 201 और 300 को ‘खराब’, 301 और 400 को ‘बहुत खराब’, तथा 401 और 500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.भाटिया ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल और उनकी पार्टी ‘‘भ्रष्टाचार’’ करने और लोगों को ‘‘लूटने’’ में व्यस्त रही और इसी साल फरवरी महीने में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए केंद्र द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों को नजरअंदाज किया.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी का भ्रष्टाचार फुल है लेकिन जवाबदेही गुल है. केजरीवाल जी आपसे नहीं हो पा रहा है तो इस्तीफा दे दीजिए. लेकिन लोगों के स्वास्थ्य के खिलवाड़ मत कीजिए.भाजपा प्रवक्ता ने केजरीवाल के पूर्व के उन बयानों का भी उल्लेख किया जब दिल्ली में प्रदूषण के लिए उन्होंने हरियाणा और पंजाब में पराली जलाए जाने की घटनाओं को दोषी ठहराया था.इसी साल मार्च महीने में पंजाब चुनाव में आप ने जीत दर्ज कर अपनी सरकार बनाई है.
भाटिया ने कहा कि हरियाणा की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाए और इस वजह से वहां पराली जालने की घटनाएं 2873 से घटकर 1,925 हो गई जबकि पंजाब में इन आंकड़ों में 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए पंजाब को 1,350 करोड़ और हरियाणा को 693 करोड़ रुपये दिए. इसके साथ ही केंद्र ने 1.20 लाख मशीनें भी उपलब्ध कराई लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. भाजपा प्रवक्ता ने केजरीवाल से कहा कि वह इन सवालों के जवाब दें और बताएं कि जो आंकड़ें उन्होंने पेश किए हैं वह सही है या गलत है.उन्होंने कहा कि अगर वह सही है तो आप क्यों ना इस्तीफा दे दें. (भाषा)