जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोटा को 1056 करोड़ रुपए की सौगात देते हुए कोटा विकास न्यास की ओर से स्मार्ट सिटी के तहत प्रस्तावित विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया. मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न लोकार्पण और शिलान्यास किए. इस मौके पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, एसीएस वित्त निरंजन आर्य, प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास भास्कर ए सावंत, निदेशक स्थानीय स्वायत्त शासन भवानी सिंह देथा व आयुक्त सूचना एवं जनसम्पर्क महेन्द्र सोनी मौजूद थे.
भीलवाड़ा में टोंक ACB टीम की कार्रवाई, 7500 हजार रुपए की रिश्वत लेते दलाल गिरफ्तार
मुश्किल वक्त में भी राजस्थान में विकास का माहौल:
वीसी के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था के मुश्किल समय में भी राजस्थान में विकास का माहौल बना हुआ है. राष्ट्रव्यापी लाॅकडाउन के दौरान सभी को मुश्किलें आईं और कुछ कार्यों की गति धीमी रही, लेकिन प्रदेश में बेहतर प्रबंधन कर राज्य सरकार ने विकास को रूकने नहीं दिया. उन्होंने आशा जताई कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रस्तावित सभी विकास कार्याें के समय पर पूरा होने से कोटा शहर के सौन्दर्य में निखार आएगा और यह शहर विदेशी पर्यटकों तक के लिए आकर्षण का केन्द्र बनकर उभरेगा. कार्यक्रम में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि सभी निर्माणाधीन कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा और वर्ष 2021 तक सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे.
चम्बल रिवर फ्रन्ट योजना के लिए सीएम का जताया आभार:
धारीवाल ने चम्बल रिवर फ्रन्ट योजना के लिए मुख्यमंत्री का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी नायाब परियोजना है, जो कोटा शहर को आधुनिक स्थापत्य एवं वास्तु कला के मानचित्र पर पूरी दुनिया में प्रसिद्धि दिलाएगी. 307 करोड़ रूपए लागत की इस योजना में 6 किमी लम्बे हैरिटेज रिवर फ्रन्ट का निर्माण किया जाएगा, जिसमें पूरे राजस्थान की संस्कृति एवं स्थापत्य कला के समन्वय का बेहतरीन प्रदर्शन होगा. प्रस्ताव के अनुसार, इस परियोजना में कई बगीचों और कैफे-रेस्टोरेंट आदि का निर्माण किया जाएगा तथा जगह-जगह पर देश-प्रदेश की महान विभूतियों की प्रतिमाएं स्थापित कर उसे आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.