नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को दावा किया कि छत्तीसगढ़ में कोयला ढुलाई में “बड़े पैमाने पर घोटाला” हो रहा है, जिसके तहत नेताओं, अधिकारियों और अन्य लोगों का एक समूह कथित तौर पर अवैध कर वसूली की समानांतर प्रणाली” चला कर प्रतिदिन लगभग 2-3 करोड़ रुपये अर्जित कर रहा है.
संघीय जांच एजेंसी ने इस सप्ताह की शुरुआत में छत्तीसगढ़ में कई जगह छापे मारने के बाद बृहस्पतिवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी समीर विश्नोई और दो अन्य को गिरफ्तार किया था. राज्य की राजधानी रायपुर की एक अदालत ने उन्हें 21 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया. ईडी ने कहा कि 2009 बैच के आईएएस अधिकारी विश्नोई और उनकी पत्नी के पास से 47 लाख रुपये की 'बेहिसाब' नकदी और 4 किलोग्राम सोने के आभूषण मिले.
2-3 करोड़ रुपये अर्जित किए जाते:
ईडी ने एक बयान में कहा कि यह मामला “एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़ा एक समूह ढुलाई किये जाने वाले प्रति टन कोयले पर अवैध रूप से 25 रुपये का कर वसूल रहा है. ईडी ने कहा कि अनुमान है कि इससे प्रतिदिन लगभग 2-3 करोड़ रुपये अर्जित किए जाते हैं. सोर्स-भाषा