कानपुर: जहां आज पूरे देश में दशहरा का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. तो वही कानपुर देहात में असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाने वाला दशहरा पर्व बड़े ही सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाया गया. कानपुर देहात के पुखरायां कस्बे में जहां दो अलग अलग स्थानों पर रावण के पुतले का दहन किया गया तो वही नन्हे मुन्हे बच्चो के द्वारा भी रावण का पुतला तैयार कर आज दशहरा पर दहन किया गया.
वही दूसरी ओर पुखरायां कस्बे में आयोजित होने वाली 15 दिवसीय रामलीला कार्यक्रम में शुक्रवार को दशहरे के दिन भगवान राम द्वारा अहंकारी रावण का अंत किया गया. दशहरा पर राम रावण की झांकी पूरे कस्बे में निकाली गई. वहीं झांकी भृमण के दौरान राम और रावण दल के बीच भयंकर युद्ध देखने को मिला और कार्यक्रम स्थल पर दोनों दल युद्ध करते हुए पहुंचे जहां जयकारों के बीच भगवान राम व रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ.
भगवान राम द्वारा बार बार तीर चलाने के बाद भी जब रावण टस से मस नही हुआ तब विभीषण ने भगवान को बताया कि इसकी नाभि में अमृत है इतना सुनते ही भगवान राम ने रावण की नाभि पर तीर मारकर अहंकारी रूपी रावण को धराशाई कर दिया. उसके बाद रावण के पुतले को आग के हवाले कर दिया गया जिसमें लगी मनमोहक आतिशबाजी का लोगों ने आंनद उठाया.