साउथम्पटन: भारत के सीनियर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में गेंद लार के बिना भी स्विंग लेगी और टीम में से किसी को इसे मैच के आखिर तक बरकरार रखना होगा. भारत के लिये 101 टेस्ट खेल चुके ईशांत 18 जून से शुरू हो रहे मैच में भारतीय गेंदबाजी की कमान संभालेंगे.
उन्होंने स्टार स्पोटर्स के कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड से कहा कि मुझे लगता है कि लार के बिना भी गेंद स्विंग लेगी और किसी को यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि आखिर तक स्विंग बनी रहे. उन्होंने कहा कि इन हालात में गेंद की हालत अच्छी बनी रही तो गेंदबाजों के लिये विकेट लेना आसान हो जाएगा. कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है.
अब तक 303 टेस्ट विकेट ले चुके ईशांत ने कहा कि आपको अलग तरीके से अभ्यास करके बदलाव के अनुरूप ढलना होता है.भारत में कुछ समय बाद रिवर्स स्विंग मिलती है लेकिन इंग्लैंड में स्विंग के कारण लैंग्थ फुल होती है. उन्होंने कहा कि आपको लैंग्थ के अनुसार बदलाव करने होते हैं. यह इतना आसान नहीं क्योंकि यहां के ठंडे मौसम के अनुरूप ढलने में समय लगता है.उन्होंने कहा कि पृथकवास से और मुश्किल हो जाता है.जिम पर अभ्यास करने और मैदान पर अभ्यास करने में बहुत फर्क है. आपको उसके अनुसार सामंजस्य बिठाना होता है और इसमें समय लगता है.
इस बीच भारत के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा कि इंग्लैंड में विकेट बचाने के लिए बल्लेबाजों को ढीली गेंदें छोड़नी होगी. उन्होंने कहा कि जब मैने भारत ए और अंडर 19 टीमों के साथ इंग्लैंड का दौरा किया तो हर किसी ने मुझसे कहा कि रन बनाने के लिये इतनी गेंदें खेलनी होगी. लेकिन मेरा मानना है कि रन बनाने का जज्बा हमेशा रहना चाहिए और आपको विकेट बचाने के तरीके ढूंढने चाहिए. उन्होंने कहा कि जब आप रन बनाने के लिये खेलते हैं तो गेंदबाज दबाव में आ जाता है.इंग्लैंड में विकेट बचाने के लिये ढीली गेंदों को छोड़ना होगा.