नई दिल्लीः दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर परेड में हिंसा के एक दिन बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को सुरक्षा हालात और शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की.
गृहमंत्री ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और गृह मंत्रालय तथा दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा, हंगामे और तोड़-फोड़ आदि की पृष्ठभूमि में गृहमंत्री ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शांति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी शाह को जानकारी दी गई.
हो सकती है किसान नेताओं के खिलाफ कार्रवाईः
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसकी संभावना है कि पुलिस उन किसान नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिन्होंने तय रास्ते पर शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर परेड निकालने के समझौते पर पुलिस के साथ हस्ताक्षर किया था. केन्द्र सरकार ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर दिल्ली पुलिस के सहयोग के लिए 4,500 अर्द्धसैनिक बल कर्मियों को पहले ही तैनात कर चुकी है. हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में 12 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी.
प्रदर्शनकारियों और पुलिस में हुई झड़पः
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसानों के ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था. दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते से ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति भी दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए. कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा. किसानों का एक समूह लाल किला भी पहुंच गया और वहां गुंबद पर तथा ध्वजारोहण स्तंभ पर झंडे लगा दिए. इस स्तंभ पर केवल राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है.
सोर्स भाषा