भारत की G20 अध्यक्षता के बीच आतिथ्य उद्योग में वृद्धि की रफ्तार 2023 में और बढ़ेगी

नई दिल्ली: भारत की जी20 अध्यक्षता के बीच 2023 में घरेलू आतिथ्य उद्योग बड़ी उड़ान भरने को तैयार है. कोविड-19 महामारी की वजह से दो साल से संकट का सामना कर रहे विमानन उद्योग को 2022 में थोड़ी राहत मिलना शुरू हुई थी जो 2023 में और रफ्तार पकड़ेगी.

घरेलू यात्राओं, विशेषकर अवकाश के दौरान होनी वाली यात्राओं ने इस वर्ष उद्योग को गति दी और अगले वर्ष भी इसमें तेजी बरकरार रहने की उम्मीद है. उद्योग से जुड़ी कंपनियों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में और बढ़ोतरी होगी जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि 2023 क्षेत्र के लिए अच्छा रहने वाला है. होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष के बी काचरू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यह कहना ठीक रहेगा कि हम मुश्किल दौर से उबर चुके हैं. यह कहते हुए खुशी होती है कि कोविड के बाद हमने दमदार वापसी की है. औसत दरें, कमरे भरने की दर सभी कुछ अच्छा है. उद्योग के अनुमानों के मुताबिक 2022-23 की तीसरी तिमाही में कोविड-19 के प्रभाव से उबरते हुए आतिथ्य क्षेत्र ने 70 फीसदी बुकिंग को छू लिया जबकि दैनिक औसत दरें बढ़कर 7,260 रुपये हो गईं जो 2019-20 में 6,540 रुपये थी.

संख्या के मामले में राहत मिली जिसकी बहुत जरूरत थी:
इसके अलावा प्रति उपलब्ध कमरे पर राजस्व भी 2019-20 के 4,499 रुपये के मुकाबले चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 5,085 रुपये हो गया. महिंद्रा हॉलिडेज एंड रेजॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड (एमएचआरआईएल) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी कविंद्र सिंह ने कहा, ‘‘2022 में आतिथ्य उद्योग को होटल, रेजॉर्ट और शहरों में आने वाले लोगों की संख्या के मामले में राहत मिली जिसकी बहुत जरूरत थी.

कॉरपोरेट यात्राओं की शुरुआत की भी इसमें भूमिका रही:
उन्होंने कहा कि 2021 में उद्योग की कंपनियों ने धीमी शुरुआती की थी और 2022 में रफ्तार तेज हो गई, 2023 में उड़ान भरने का समय आ जाएगा. इंटरग्लोब होटल्स के प्रमुख (परिसंपत्ति प्रबंधन) मनोज अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के हटने के बाद घरेलू यात्रा और खाली समय में की जाने वाली यात्राओं की मजबूत मांग ने क्षेत्र के पुनरुद्धार में मदद दी. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली तथा कॉरपोरेट यात्राओं की शुरुआत की भी इसमें भूमिका रही.

देशों के महत्वपूर्ण लोग भारत दौरे पर आ रहे:
काचरू ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता से उद्योग को अच्छा बढ़ावा मिला. जी20 में शामिल देशों के महत्वपूर्ण लोग भारत दौरे पर आ रहे हैं और विभिन्न स्थानों पर जा रहे हैं. ऐसा अनुमान है कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान 200 बैठकों का आयोजन देश के 50 शहरों में होगा जिनमें कई देशों के अधिकारी समेत अनेक लोग शामिल होंगे. जी20 देशों के 30 राष्ट्राध्यक्ष एवं सरकारों के प्रमुख भी इनमें भागीदारी करेंगे. सोर्स-भाषा