नई दिल्ली: पूर्व कप्तान जफर इकबाल का मानना है कि भारत के लिए 47 साल बाद दोबारा हॉकी विश्व कप जीतना आसान नहीं होगा क्योंकि उसे स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स के साथ कड़े ग्रुप में रखा गया है.
जफर ने कहा कि अगर भारत 13 से 29 जनवरी तक होने वाली प्रतियोगिता के पोडियम पर जगह बनाने में सफल रहता है तो तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद यह एक और बड़ी उपलब्धि होगी.
स्पेन और भारत जैसी कई मजबूत टीम हैं:
भारत, स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, नीदरलैंड, अर्जेन्टीना, जर्मनी, न्यूजीलैंड, कोरिया, फ्रांस, मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका, जापान और चिली उन 16 टीम में शामिल हैं जो खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगी. भारत ने विश्व कप में एकमात्र स्वर्ण पदक 1975 में कुआलालंपुर में अजित पाल सिंह की कप्तानी में जीता था. जफर ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा कि विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में आपको नहीं पता कि कौन सी टीम शीर्ष फॉर्म में होगी. बेल्जियम, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, स्पेन और भारत जैसी कई मजबूत टीम हैं.
एक बार फिर उस सफलता को दोहरा पाएंगे:
उन्होंने कहा कि ग्रुप चरण में हमारे सामने कड़े मुकाबले होंगे. हमें स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स से भिड़ना है और ये सभी टीम मजबूत हैं. जफर ने कहा कि मुझे यकीन है कि अगर भारत पोडियम पर जगह बनाता है जो यह बड़ी उपलब्धि होगी. हमारे टीम में कई शानदार खिलाड़ी हैं जो हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं और जो तोक्यो ओलंपिक के हीरो हैं. इसलिए उम्मीद करते हैं कि वे एक बार फिर उस सफलता को दोहरा पाएंगे.
पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के साथ भी ऐसा ही है:
मॉस्को ओलंपिक 1980 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे जफर ने कहा कि मौजूदा फुटबॉल विश्व कप गवाह है कि बड़ी प्रतियोगिता में कोई भी टीम उलटफेर कर सकती है. उन्होंने कहा कि पूर्व चैंपियन स्पेन, जर्मनी और ब्राजील फुटबॉल विश्व कप से बाहर हो चुके हैं. इस तरह के टूर्नामेंट में कब कौन सी टीम किस टीम को हरा दे आप नहीं कह सकते. जफर ने कहा कि इसमें भविष्यवाणी करना आसान नहीं होता और पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के साथ भी ऐसा ही है. सोर्स-भाषा