नई दिल्ली: राज्यसभा ने सोमवार को ट्रैक एवं फील्ड की दिग्गज खिलाड़ी और उच्च सदन की सदस्य पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की पहली महिला प्रमुख चुने जाने पर बधाई दी.
दौड़ के फाइनल में चौथा स्थान हासिल किया:
सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई सभापति जगदीप धनखड़ ने उषा की इस नयी उपलब्धि का उल्लेख करते हुए उन्हें बधाई दी.पूरे सदन ने मेज थपथपाकर गोल्डन गर्ल को बधाई और शुभकामनाएं दीं. अठावन वर्षीय उषा को रविवार को आधिकारिक तौर पर आईओए का अध्यक्ष चुना गया. उषा को इसी साल राज्यसभा में मनोनीत किया गया था. उषा ने नौ साल की छोटी उम्र में एथलेटिक्स में कदम रखा जिसके बाद उनका करियर शानदार रहा और दौरान उन्होंने कई एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक जीते और 1984 के ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथा स्थान हासिल किया.
उन्होंने 1990 में संन्यास की घोषणा की और फिर विवाह किया. वह 1994 में दोबारा ट्रैक पर लौटी और फिर 2000 में संन्यास लिया. 2000 के बाद वह अपनी अकादमी - उषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स में होनहार एथलीटों के संरक्षक के रूप में एथलेटिक्स से जुड़ी रहीं. वह वर्तमान में भारतीय एथलेटिक्स महासंघ की जूनियर चयन समिति की अध्यक्ष हैं. वह सरकार की राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समितियों का भी हिस्सा रह चुकी हैं. सोर्स-भाषा