Meta दूरसंचार अवसंरचना में Airtel के साथ संयुक्त रूप से करेगी निवेश

नई दिल्ली: सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स और भारती एयरटेल ने सोमवार को दूरसंचार अवसंरचना में संयुक्त रूप से निवेश करने की घोषणा की.

इस गठजोड़ का मकसद देश में उच्च गति वाली डेटा और डिजिटल सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करना है. इससे पहले दूरसंचार परिचालकों ने नेटवर्क बनाने के लिए सेवाप्रदाताओं से राजस्व साझा करने की मांग की थी. इस बीच, यह ताजा घोषणा हुई.

पर्ल्स का विस्तार भारत तक करने की घोषणा की थी:
बयान में कहा गया है कि एयरटेल और मेटा संयुक्त रूप से भारत में ग्राहकों और उद्यमों की उभरती जरूरतों को समर्थन देने के लिए वैश्विक संपर्क अवसंरचना और सीपीएएएस (एक सेवा के रूप में संचार मंच) आधारित नए युग के डिजिटल समाधानों में निवेश करेंगी. इस समझौते के तहत एयरटेल, मेटा और एसटीसी (सऊदी टेलीकॉम कंपनी) के साथ साझेदारी करेगी. इसके तहत दुनिया की सबसे लंबी समुद्र के अंदर की केबल प्रणाली- 2अफ्रीका पर्ल्स का भारत तक विस्तार किया जाएगा. मेटा ने सितंबर, 2021 में 2अफ्रीका पर्ल्स का विस्तार भारत तक करने की घोषणा की थी.

मेटा के व्हॉट्सऐप को भी एकीकृत करेगी:
समझौते के तहत एयरटेल और मेटा मुंबई में एयरटेल के लैंडिंग स्टेशन तक केबल का विस्तार करेंगी और अपने समुद्री नेटवर्क पोर्टफोलियो को और मजबूत करने के लिए क्षमता हासिल करेंगी. बयान में कहा गया कि 2अफ्रीका केबल भारत की केबल क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी और व्यवसायों को नए एकीकृत समाधान पेश करने तथा ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं देने में सक्षम बनाएगी. एयरटेल अपने ‘सीपीएएएस’ मंच के भीतर मेटा के व्हॉट्सऐप को भी एकीकृत करेगी.

बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जरूरी:
भारती एयरटेल के वैश्विक कारोबार के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वाणी वेंकटेश ने कहा कि हमें मेटा के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत बनाने की खुशी है. एयरटेल में हम, दोनों कंपनियों की प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे की ताकत का लाभ उठाकर भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था की सेवा करेंगे. 2अफ्रीका केबल और ओपन आरएएन के साथ हम महत्वपूर्ण और प्रगतिशील संपर्क में निवेश कर रहे हैं. यह बुनियादी ढांचा भारत में उच्च गति वाले डेटा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जरूरी है.

स्वचालन की सुविधा के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए:
एयरटेल और मेटा टेलीकॉम इन्फ्रा प्रोजेक्ट (टीआईपी) ओपन आरएएन परियोजना समूह के सदस्य हैं. एयरटेल ने ओपन आरएएन (रेडियो एक्सेस नेटवर्क) की परिचालन दक्षता बढ़ाने और उन्नत एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग करके रेडियो नेटवर्क में ऊर्जा प्रबंधन और स्वचालन की सुविधा के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. मेटा में मोबाइल साझेदारी के उपाध्यक्ष फ्रांसिस्को वरेला ने कहा कि हम क्षेत्र की संपर्क अवसंरचना को मजबूत करने के लिए एयरटेल के साथ अपने सहयोग को जारी रखने के लिए तत्पर हैं. सोर्स-भाषा