रांची: भारतीय तेज गेंदबाज-हरफनमौला शारदुल ठाकुर को आगामी टी20 विश्व कप के लिए नहीं चुने जाने की ‘ बड़ी निराशा’ है लेकिन मुंबई का यह खिलाड़ी आने वाले मैचों में बेहतर प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहा है क्योंकि उनमें अभी काफी क्रिकेट बचा है.
हार्दिक पंड्या की गैरमौजूदगी में शारदुल ने भारत के लिए कुछ टी20 मैच खेले लेकिन प्रति ओवर 9.15 रन लुटाने का खामियाजा उन्हें टीम से बाहर होकर उठाना पड़ा. शारदुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 श्रृंखला के दूसरे मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि जाहिर है, यह बड़ी निराशा है. विश्व कप में खेलना और अच्छा प्रदर्शन करना हर खिलाड़ी का सपना होता है.
खेले जाने इस विश्व कप से बाहर होने के कगार पर:
उन्होंने कहा कि अगर मेरा चयन नहीं हुआ तो भी कोई बात नहीं. मुझ में अभी काफी क्रिकेट बचा है और अगले साल एकदिवसीय विश्व कप भी है. मुझे जिस मैच में भी मौका मिला मेरा ध्यान उस में अच्छा करने और टीम की जीत में योगदान देने पर होगा. दीपक चाहर के चोटिल होने से भारत के टी20 विश्व कप अभियान को बड़ा झटका लगा है. चाहर रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में शामिल थे और अब ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने इस विश्व कप से बाहर होने के कगार पर है.
अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं मानसिक रूप से तैयार:
शारदुल ने कहा कि चोट लगना खेल का हिस्सा है. किसी ना किसी समय खिलाड़ी चोटिल जरूर होगा. हमें इसे दिल से नहीं लेना चाहिये. अभी काफी क्रिकेट बचा हुआ है. शारदुल से जब चाहर के बाहर होने पर उनके मौको को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर किसी को चोट लगती है तो कोई भी खिलाड़ी उसकी जगह आ सकता है. आपकी जिम्मेदारी बस इतनी होती है कि जब भी आपको मौका मिले आप अपनी जिम्मेदारी निभायें. अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं मानसिक रूप से तैयार हूं.
हालांकि नौ रन से हार का सामना करना पड़ा था:
बल्ले से कुछ शानदार पारियां खेलने वाले इस तेज गेंदबाज ने कहा कि वह निचले क्रम की बल्लेबाजी में उपयोगी योगदान देना चाहते है.उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले एकदिवसीय में मुश्किल परिस्थितियों में संजू सैमसन के साथ 66 गेंद में 93 रन की साझेदारी कर भारत की मैच में वापसी करायी थी. भारतीय टीम ने 40 ओवर में 250 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 51 रन पर चार विकेट गंवा दिये थे लेकिन सैमसन (नाबाद 86) और शारदुल (33) ने शानदार साझेदारी से उम्मीदें जगाईं . टीम को हालांकि नौ रन से हार का सामना करना पड़ा था.
नौवें क्रम पर बल्लेबाजी में योगदान देना अच्छा होता है:
शारदुल ने कहा कि अगर आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को देखें तो उनके बल्लेबाजी क्रम में काफी गहराई है. उदाहरण के लिए ऑस्ट्रेलिया के पास पैट कमिंस, मिच स्टार्क आठवें या नौवें क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं. ऐसा ही इंग्लैंड के साथ भी है. उन्होंने कहा कि मैं काफी समय से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान दे रहा हूं. जाहिर तौर पर सातवें से नौवें क्रम पर बल्लेबाजी में योगदान देना अच्छा होता है. इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है. सोर्स-भाषा