नई दिल्ली: देश में जल्द ही कोरोना की 4 और नई वैक्सीन (Vaccine) उपलब्ध हो जाएंगी. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल (Dr. VK Paul) के मुताबिक, देश में वैक्सीन का उत्पादन लगातार बढ़ाया जा रहा है. इनमें बायो- ई की वैक्सीन, जायडस की DNA पर आधारित वैक्सीन, भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन और जिनेवा की वैक्सीन उपलब्ध शामिल हैं. 2021 के आखिर तक देश में वैक्सीन की 200 करोड़ डोज होंगे.
नेशनल लैब्स से मिल रहा है टेक्निकल सपोर्ट:
पॉल के मुताबिक, सरकार कोविड सुरक्षा स्कीम (Covid Safety Scheme) के तहत जायडस कैडिला, बायो ई और जिनेवा की कोरोना वैक्सीन के देश में निर्माण के लिए फंडिंग कर रही है. इसके अलावा नेशनल लैब्स से उन्हें टेक्निकल सपोर्ट (Technical Support) भी दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक की नाक से दी जाने वाली सिंगल डोज वैक्सीन के लिए भी केंद्र सरकार फंडिंग कर रही है और यह दुनिया के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है. ये सभी वैक्सीन ‘मेड इन इंडिया’ होंगी. पिछले 24 घंटे में देश में 26 से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई है.
#LargestVaccineDrive
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) May 27, 2021
''The Government of India is making significant efforts in producing and making the made in India #COVIDVaccines available to all along with getting more international vaccines to India.'' - Dr. V. K. Paul, Member @NITIAayog @PMOIndia @drharshvardhan pic.twitter.com/N9oor96Wqk
अब तक 20.54 करोड़ से ज्यादा लोगों को लगी वैक्सीन:
भारत में अब तक कुल 20 करोड़, 33 लाख, 72 हजार, 819 से भी ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस का टीका लगाया जा चुका है. पिछले 24 घंटे में देशभर में 26,58,218 लोगों को टीका लगाया गया है. इस दौरान कुल 24,81,196 लोगों को पहली डोज, जबकि 1,77,022 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है. 28 मई की सुबह 10 बजे तक लगाई वैक्सीन का 36.8% 60 वर्ष की आयु से अधिक के नागरिकों को, 43.7% वैक्सीन 45 से 60 वर्ष की आयुवर्ग के नागरिकों को और 19.5% वैक्सीन 18 से 44 आयुवर्ग के नागरिकों को लगाई गई है. अगर कुल आंकड़ों की बात करें तो बीते 24 घंटों में 29,19,699 लोगों को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया है.
वैक्सीन के लिए फाइजर और मॉडर्ना से बातचीत कर रही सरकार:
डॉ. पॉल ने ‘भारत की टीकाकरण प्रक्रिया (Vaccination Procedure) पर मिथक और तथ्य’ विषय पर बात रखते हुए कहा कि वैक्सीन के लिए फाइजर और मॉडर्ना के साथ बातचीत चल रही है। दरअसल, रिपोर्ट्स के मुताबिक फाइजर ने जुलाई से अक्टूबर के दौरान टीके की पांच करोड़ खुराक देने की पेशकश की है. हालांकि, उसने कुछ रियायतें मांगी है और उसकी भारत सरकार के अधिकारियों के साथ कई बार बातचीत हो चुकी है. एक बैठक इसी सप्ताह हुई है। जल्द ही सरकार इस पर अपना मत स्पष्ट करेगी.
6 और कंपनियां बनाएंगी स्पूतनिक-V:
पॉल ने बताया कि रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V का भी देश में जल्द प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि स्पुतनिक-V (Sputnik-V) का निर्माण जल्द ही भारत में शुरू होगा, क्योंकि देश ने भारतीय कंपनियों के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के काम को पूरा कर लिया है. नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि सरकार रूस के साथ बातचीत कर रही है ताकि डॉक्टर रेड्डी लैब के साथ तालमेल करके 6 अन्य कंपनियां स्पूतनिक वैक्सीन का निर्माण भारत में करें. इससे न सिर्फ उत्पादन में तेजी आएगी अपितु वैक्सीन की कीमत भी ज्यादा नहीं होगी.
अक्टूबर तक हर महीने 10 करोड़ डोज बनाएगी Bharat Biotech:
नीति आयोग के सदस्य डॉ. पॉल ने बताया कि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की वैक्सीन निर्माण क्षमता बढ़ाई जा रही है. जल्द ही 3 अन्य कंपनियां भी को-वैक्सीन का निर्माण करेंगी। इसके अलावा बायोटेक के अपने प्लांट्स की क्षमताएं भी बढ़ाई जा रही हैं. इस तरह 4 कंपनियों में को-वैक्सीन का उत्पादन होगा. इससे उम्मीद है उत्पादन क्षमता अक्टूबर तक 10 करोड़ डोज प्रति महीने हो जाएगी. पॉल ने कहा कि इसके अलावा 3 पब्लिक सेक्टर यूनिट्स मिलकर दिसंबर तक 4 करोड़ डोज के उत्पादन करेंगी.
WATCH LIVE📡
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) May 27, 2021
Media briefing by @MoHFW_INDIA on current #COVID19 situation in the country at National Media Centre, #NewDelhi.#Unite2FightCorona #IndiaFightsCorona https://t.co/rmJPseCXYb
20.54 करोड़ से अधिक लोगों को लग चुका है टीका:
केंद्र सरकार की ओर से अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 22.46 करोड़ टीके उपलब्ध करवाए गए हैं. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास अभी भी 1.84 करोड़ टीके की खुराक बची हुई हैं.