जयपुर: अंग्रेजी कैलेंडर के नववर्ष 2023 के पहले दिन रवि, शिव, सिद्ध और सर्वार्थ सिद्धि जैसे महायोग कई बन रहे हैं. साल के पहले दिन इन शुभ योग का बनना ज्योतिषीय दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना गया है. पंचांगों के अनुसार नए साल का आगमन जहां बुधादित्य योग में हो रहा है, वहीं पहले दिन चार विशेष शुभ योग रहेंगे. इसके साथ ही नए साल पर शनि और देव गुरु बृहस्पति का अपनी ही राशि में होना भी एक शुभ संयोग बना रहा है. धार्मिक दृष्टि से इन योगों को बहुत ही शुभ माना है.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2023 के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जो सुख समृद्धि और तरक्की के लिए बेहद कारगर माने जा रहे हैं. साल के पहले दिन रवि, शिव, शश और सर्वार्थ सिद्धि, हंस जैसे महायोगों का निर्माण हो रहा है. इन शुभ योग के बीच नए साल का आना ज्योतिषीय दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. नए साल को लेकर मान्यता भी है कि अगर अगर साल का पहला दिन अच्छा हो तो पूरा साल अच्छा रहता है. पंचांग के अनुसार नववर्ष के पहले दिन सुबह 7:23 बजे तक शिव योग और इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण होगा. सर्वार्थसिद्धि योग व रवि योग भी रहेगा. मान्यता है कि इन योगों में किया गया कार्य फलित होता है व शुभदायक रहता है. शिव, रवियोग, आनंदयोग, सर्वार्थसिद्धि योग के साथ नए साल की शुरुआत रात 12 बजे अश्विनी नक्षत्र में होगी. शुभ योगों का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर अच्छा रहेगा.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2023 के पहले दिन शिव, रवि, शश और सिद्ध और सर्वार्थ सिद्धि जैसे महायोग बन रहा है. मान्यता है कि इन शुभ योग में कोई भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं क्योंकि यह योग सभी शुभ कार्यों के लिए उत्तम मुहूर्त माने जाते हैं. साथ ही इन योग में किया गया कार्य निश्चित रूप से सफल होता है. इसके साथ ही साल के पहले दिन शिव योग भी है. मान्यता है कि शिव योग में भगवान शिव की पूजा के बाद किए जाने वाले शुभ कार्यों में सफलता प्राप्ति होती है. इसके साथ ही साल के पहले दिन की शुरुआत रविवार से हो रही है और इस दिन रवि नामक शुभ योग भी है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है.
27 नक्षत्रों में सबसे पहला अश्विनी नक्षत्र:
कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि अश्विनी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में सबसे पहला नक्षत्र है. नक्षत्र का स्वामी अश्विनी कुमार है, जिससे आगामी साल विशेष प्रगति कारक, वैज्ञानिक और व्यापारिक क्षेत्र में विशेष प्रगतिदायी साबित होगा. न्याय के देवता शनि और आध्यात्मिक ग्रह बृहस्पति राशि स्वराशि में रहेंगे, जो आगामी दिनों की श्रेष्ठ दर्शा रहे हैं. इसके साथ ही सभी योग-संयोगों में वाहन, प्रॉपर्टी, ज्वैलरी की खरीदारी करना चिरस्थायी रहेगा.
नए साल बन रहे हैं दो अत्यंत शुभ योग:
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि 1 जनवरी 2023 को पंचांग के अनुसार दो शुभ योग बन रहे हैं. धार्मिक दृष्टि से इन योगों को बहुत ही शुभ माना गया है. पंचांग के अनुसार इस दिन प्रात: 7:23 मिनट तक शिव योग और इसके बाद सिद्ध योग का निर्माण होगा. मान्यता है कि शिव और सिद्ध योग में किया गया कार्य फलित होता है. इसमें किए गए शुभ कार्यों का फल कई गुना मिलता है. शुभ और मांगलिक कामों के लिए ये योग अच्छे माने गए हैं.
ग्रह गोचर:-
सूर्य और बुध ग्रह- धनु राशि
शुक्र और शनि ग्रह- मकर राशि
गुरू ग्रह- मीन राशि
चंद्रमा और राहु ग्रह- मेष राशि
केतु ग्रह- तुला राशि
अपनी ही राशि में रहेगें शनि और गुरु:
कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार 1 जनवरी 2023 को शनि देव और देव गुरु बृहस्पति अपने ही घर यानि अपनी ही राशि में विराजमान रहेंगे. जो शुभकारक माना जा रहा है. मकर राशि के स्वामी शनि हैं और मीन राशि के स्वामी बृहस्पति हैं. मान्यता है कि जब कोई ग्रह अपने ही घर या राशि में विराजमान होता है तो शुभ फल प्रदान करता है. नए साल पर इन दो बड़े ग्रहों का अपनी ही राशि में होना एक शुभ संयोग बना रहा है.
मेष राशि में राहु के साथ चंद्रमा:
भविष्यवक्ता डॉ अनीष व्यास ने बताया कि साल के पहले दिन यानि 1 जनवरी 2023 को चंद्रमा का गोचर मेष राशि में हो रहा है. जहां पर पाप ग्रह राहु पहले से ही विराजमान है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु के साथ चंद्रमा की युति ग्रहण योग बनाती है. जिसे शुभ योग नहीं माना गया है.
शुभ प्रभाव:
कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बीमारियों के इलाज में भी नए-नए आविष्कार होंगे. नई-नई दवाइयां और तकनीक विकसित होगी. बीमारियों में कमी आएगी. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. आय में इजाफा होगा. चीजों की लागत सामान्य रहेगी. महंगाई में कमी आएगी. लोगों की सेहत में सुधार होगा. अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रभाव बढ़ेगा और मजबूती भी आएगी. अन्य देशों से संबंध अच्छे हो जाएंगे. राष्ट्र विरोधी गतिविधियां खत्म होंगी. फसल और अनाज का उत्पादन बढ़ेगा. शैक्षणिक और धार्मिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं. सरकार धीरे-धीरे आन्तरिक विवादों को खत्म करने में कामयाब रहेगी.
करें पूजा-पाठ और दान:
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें. भगवान शिव और माता दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए.
राशियों पर असर:
मेष, वृश्चिक: सफलता तो मिलेगी. लेकिन इसके लिए आपको संघर्ष करना पड़ेगा.
वृष, तुला: नया वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में लाभ दिलाएगा. प्रमोशन भी मिल सकता है.
मिथुन और कन्या: सभी प्रकार के सुखों में वृद्धि होगी. तो वहीं इन्हें भी इंक्रीमेंट मिल सकता है.
कर्क: नया साल कुछ मानसिक तनाव लेकर आ सकता है.
सिंह: मेहनत करनी पड़ेगी. इसी के बाद आपको सफलता मिलेगी.
धनु: अभी तक रुके कार्य पूरे होंगे. धर्म लाभ मिलने लगेगा.
कुंभ, मकर: पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं. वाहन सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. विवादों से दूर रहें.
मीन: मानसिक तनाव बढ़ सकता है.