जयपुर: एक चिट्ठी ने राजस्थान की तमाम सच्चाई खोल कर रख दी. भाजपा नेताओं से लेकर पूरा फीडबैक सामने आ गया. शुक्रवार को दिल्ली भाजपा मुख्यालय में राजस्थान बीजेपी कोर कमेटी की बैठक (BJP Meeting in Delhi) बस यूं ही एक-दो मुद्दों पर नहीं थी. इस बैठक में तमाम प्रकरण और मुद्दे आ गए. अमित शाह सरीखे नेता के पास उस चिट्ठी में पूरा फीडबैक आया था. जिस चिट्ठी की बात को अमित शाह ने सामने रखा.
अमित शाह की प्रखरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हर स्तर का फीडबैक लेकर शाह ने बैठक में क्लास लगाई ! वल्लभनगर चुनाव हार से लेकर अन्य मुद्दे तक सामने थे. नेताओं में कितना आपसी संवाद इसकी भी अमित शाह को जानकारी थी. लेकिन बड़ा सवाल ये कि आखिर एक ही गोपनीय चिट्ठी से कैसे मिला फिडबैख? ऐसे में चार नेताओं के फीडबैक की भी चर्चाएं है. ओम माथुर की शाह से लंबी मंत्रणा हुई थी. डॉ. किरोड़ी मीणा भी मिलकर आए थे. ऐसे में चर्चा इस बात की भी कि भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत से भी फीडबैक लिया हो.
अमित शाह के पास छोटे से लेकर बड़ा पूरा फीडबैक था:
कुल मिलाकर अमित शाह के पास छोटे से लेकर बड़ा पूरा फीडबैक था. यही कारण रहा कोर कमेटी की बैठक के बाद शाह-नड्डा ने संगठन महामंत्री को साथ बैठने को कहा. अरुण सिंह, सतीश पूनिया और चंद्रशेखर बैठे बीएल संतोष के साथ. उसके बाद इन तीनों को आगामी दिनों का बड़ा टास्क मिला. संगठन के कार्यक्रमों से लेकर प्रदेश स्तर के आंदोलन और विधानसभावार आंदोलन का टास्क. इस दौरान सरदारशह उपचुनाव को लेकर भी बात हुई. आगामी दिनों में राजस्थान में भाजपा एक नए अंदाज और ऊर्जावान दिखेगी. कहा जा रहा कि नवम्बर में नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद अन्य नेताओं के दौरे बनेंगे. हिमाचल, गुजरात चुनाव से फ्री होने के बाद दिग्गजों के दौरे शुरू हो जाएंगे. राज्य के हर अंचल में कार्यक्रमों की रणनीति बनेगी.