जयपुर: मंत्री और जनप्रतिनिधियों की ब्यूरोक्रेट्स को लेकर टिप्पणी सरकारी मशीनरी के दोनों अहम पहियों में तनांतनी के रूप में सामने आ रही है. मंत्री रमेश मीना के बीकानेर कलेक्टर को बाहर निकलने के लिए कहने के प्रकरण की IAS एसोसिएशन ने निंदा की है. इसे लेकर एसोसिएशन के सचिव डॉ समित शर्मा प्रमुख सचिव कुंजी लाल मीणा सहित करीब 25 IAS ने सीएस उषा शर्मा से मुलाकात करके ज्ञापन दिया.
बीकानेर में कलेक्टर को मंत्री रमेश मीणा के बाहर जाने के लिए कहने के प्रकरण में आईएएस एसोसिएशन ने उषा शर्मा को ज्ञापन दिया. इसमें इस प्रकरण में कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया कि हाल के दिनों में बढ़ रही ऐसी घटनाओं से फील्ड में काम करने वाले मेहनती और ईमानदार अधिकारियों का मनोबल गिर रहा है. ज्ञापन में कहा गया कि जनप्रतिनिधि सिर्फ पब्लिसिटी के लिए विपरीत टिप्पणियां करते रहते हैं जबकि यदि किसी अधिकारी का काम असंतोषजनक हो तो उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए.
भविष्य में ऐसे प्रकरण दोहराए ना जा सके:
सीएम गहलोत से इस प्रकरण में जरूरी कार्रवाई की मांग करते हुए यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है कि भविष्य में ऐसे प्रकरण दोहराए ना जा सके. ज्ञापन ने यह भी कहा कि सीएम ऐसे प्रकरणों की सार्वजनिक निंदा करें तो यह प्रशंसनीय होगा क्योंकि राजस्थान ऐसे राज्य के रूप में जाना जाता है जहां अफसरों और नेताओं में तालमेल और अंडरस्टैंडिंग है.
सीएम के आने के बाद इस बारे में बात करने का आश्वासन दिया:
सीएस उषा शर्मा ने आईएएस अधिकारियों की भावना से सहमति जताते हुए सीएम के आने के बाद इस बारे में बात करने का आश्वासन दिया है. मुलाकात के दौरान कुछ अधिकारियों ने मंत्री और जनप्रतिनिधियों के लिए भी संहिता होने की बात कही. आईएएस अधिकारियों ने सीएस के जरिए सीएम की ओर से प्रकरण में हस्तक्षेप करके एक्शन करने की मांग की ताकि भविष्य में इस तरह के वाकये नहीं हों और अधिकारियों के लिए काम करने का माहौल बनाया रक्षा जा सके.