जयपुर: उमेश मिश्रा राजस्थान के अगले डीजीपी होंगे. गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Govt) की ओर से गुरुवार को प्रदेश के नए डीजीपी (DGP Rajasthan) के नाम पर मुहर लगाई है. DGP उमेश मिश्रा की नियुक्ति का "पॉलिटिकल मैसेज" भी गया है. अब अशोक गहलोत ही 2023 तक मुख्यमंत्री रहेंगे और अगला चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
पिछले कई दिनों से लोगों को उमेश मिश्रा की ताजपोशी का इंतजार था. क्योंकि ये भी एक पैमाना था गहलोत के CONTINUE करने का. अब मिश्रा की नियुक्ति से तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है. मैरिट और वफादारी के आधार पर मिश्रा को ये बड़ी जिम्मेदारी मिली है. मिश्रा का कार्यकाल अक्टूबर 2024 तक रहेगा. DGP की नियुक्ति के बाद अब गहलोत 14 नगर सुधार न्यासों में भी राजनीतिक नियुक्तियां करने का एक और बड़ा फैसला ले सकते हैं.
आपको बता दें कि उमेश मिश्रा वर्तमान में अगस्त 2021 से डीजी इंटेलीजेंस के पद हैं. केंद्र सरकार ने 19 अक्टूबर को मुख्य सचिव उषा शर्मा, DGP एमएल लाठर की मौजूदगी में नये DGP के लिए पैनल का चयन किया था. प्रदेश के नये DGP के लिए पैनल में उमेश मिश्रा का नाम था. मिश्रा को दो सीनियर्स 1988 बैच के IPS यूआर साहू, 1989 बैच के भूपेंद्र दक पर वरीयता दी गई. 1988 बैच के ही IPS पीके सिंह, बीएल सोनी के रिटायरमेंट में 6 माह से कम का समय बचा है.
DGP बनने के लिए कम से कम 6 माह का कार्यकाल होना जरूरी:
DGP बनने के लिए कम से कम 6 माह का कार्यकाल होना जरूरी है. इसलिए सरकार ने मई 2024 में रिटायर होने वाले 1989 बैच के IPS मिश्रा को मौका दिया. अब DGP बनने से उनका कार्यकाल अक्टूबर 2024 तक रहेगा. मूलतः यूपी के कुशीनगर निवासी उमेश मिश्रा 2007 में पुलिस मेडल, 2016 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित हो चुके हैं. मिश्रा चूरू, भरतपुर, पाली, कोटा सिटी में एसपी, भरतपुर-जोधपुर में आईजी, ACB-ATS-SOG में सेवाओं के साथ 4 साल से इंटेलीजेंस की कमान संभाल रहे हैं. 1999 से 2005 तक डेपुटेशन के दौरान दिल्ली आईबी में सेवाएं दे चुके.