जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी घटनाक्रम पर विधायक दिव्या मदेरणा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने फर्स्ट इंडिया न्यूज से बात करते हुए कहा कि मेरा एक ही स्टेंड है जो 1998 में स्व. परसराम मदेरणा का था. उन्होंने उस समय पीसीसी में एक प्रस्ताव पारित किया था. उसको हमने माना.
2008 में फिर यह प्रस्ताव पारित हुआ हमने माना फिर 2018 में फिर से यह प्रस्ताव पारित हुआ उसे हमने माना. 2020 में जहां अधिकृत के अंदर जहां अधिकृत विधायक दल की बैठक हुई जहां कांग्रेस प्रेसिडेंट ने ऑब्जर्वर्स भेजे मैं उसका हिस्सा थी. मैं उस वक्त भी किसी गुट का हिस्सा नहीं थी मैं आज भी किसी गुट का हिस्सा नहीं हूं. मैं 1952 से लेकर 15वीं विधानसभा का यह 15वां टिकिट मेरे परिवार में है.
उन्होंने कहा कि मेरे दादाजी ने कहा था पथ पर पैर नहीं विश्वास चला करता है. और कांग्रेस के प्रति मेरा विश्वास अचूक है. कांग्रेस आलाकमान जो भी निर्णय करेगा वो मुझे मान्य है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हर किसी को किसान वर्ग से मुख्यमंत्री बनने की आस है. लेकिन राजनीति संख्या बल का खेल होता है.