जयपुर: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान आने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर 102 विधायकों के समर्थन में खुलकर उतरे हैं. NDTV पर इंटरव्यू देते हुए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में तो फिलहाल मैं ही हूं. किसी ओर को सीएम बनाने का फिलहाल मुझे मैसेज नहीं है.
उन्होंने कहा कि मेरे बारे में कहा गया कि मैं मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ये सब कर रहा हूं. आपको बता दूं कि मैं अगस्त में ही सोनिया जी को मेरी भावना बता चुका हूं. मैं तीन बार मुख्यमंत्री रह चुका, मेरे लिए मुख्यमंत्री रहना जरूरी नहीं है. आलाकमान राजस्थान में सर्वे करवा लें उसके बाद जो उपयुक्त हो उसे सीएम बनाए. अगर मैं उपयुक्त नहीं तो विड्रो करने के लिए तैयार हूं. मैं आलाकमान का लॉयल हूं, वो कहेंगे तो इस्तीफा दे दूंगा. मैं हट भी गया तो भी राजस्थान में सरकार बनाने के लिए जान लगा दूंगा. बाकी राजस्थान में फिर कांग्रेस की सरकार रिपीट करेगी.
पायलट ने ही विधायकों को फोन किए कि मैं सीएम बनने जा रहा हूं:
सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में पहली बार सरकार विरोधी लहर नहीं है. सचिन पायलट को सबसे पहले मैंने ही मंत्री बनाने की पैरवी की थी. पायलट वर्सेज गहलोत क्यों हो गया मैं समझ ही नहीं पा रहा हूं. पर्यवेक्षक पहले से ही पायलट को सीएम बनाने का मन बनाकर आए थे जबकि विधायक अपनी बात रखना चाहते थे. लेकिन पायलट ने ही विधायकों को फोन किए कि मैं सीएम बनने जा रहा हूं. विधायकों के बीच इस खबर से माहौल बिगड़ गया. कई मंत्रियों ने कहा कि हम गद्दा को स्वीकार नहीं करेंगे. आज की तारीख में पायलट के पास 10 विधायक नहीं है.