सीकर (राजस्थान): गैंगस्टर राजू ठेहट के परिवार के सदस्यों और गोलीबारी के गवाहों को सुरक्षा दिए जाने की मांग को लेकर धरना सरकारी आश्वासन के बाद रविवार देर रात समाप्त कर दिया गया. प्रशासन ने ठेहट के परिवार एवं गोलीकांड के गवाहों के परिजनों को सुरक्षा दिए जाने, पुलिस महानिरीक्षक की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से मामले की जांच कराए जाने, गोलीकांड में मारे गए ताराचंद कड़वासरा की बेटी को सरकारी मेडिकल कॉलेज में नि:शुल्क शिक्षा का आश्वासन दिया है.
सीकर से सांसद स्वामी सुमेधानंद और लाडनू (नागौर) के विधायक मुकेश भाकर ने ठेहट और ताराचंद के परिवारजनों द्वारा उठाई गई मांगों को लेकर रविवार रात जिलाधिकारी अमित यादव, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप और अन्य अधिकारियों के साथ दूसरे दौर की वार्ता की. उल्लेखनीय है कि सीकर शहर में शनिवार को ठेहट की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. गोलीबारी में ताराचंद भी मारा गया जो उस इलाके में पढ़ रही अपनी बेटी से मिलने आया था. गोलीबारी में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हुआ. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को हिरासत में लिया है.
घटना के बाद ठेहट व कड़वासरा के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर धरना शुरू कर दिया. कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर भी शनिवार को धरने पर बैठ गए. रविवार को सुमेधानंद भी धरने में शामिल हुए. जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के बीच पहले दौर की वार्ता विफल रही जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने जिलाधिकारी आवास की ओर कूच किया. इसके बाद बैठक का दूसरा दौर शुरू हुआ, जो करीब तीन घंटे तक चला. बैठक सकारात्मक रही.
उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी मांगों पर सहमति व्यक्त की है, जिसमें ठेहट के परिवार के सदस्यों और गोलीकांड के गवाहों को सुरक्षा देना, मामले में शामिल अन्य सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, महानिरीक्षक की निगरानी में एसआईटी द्वारा जांच, ताराचंद की बेटी को सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की मुफ्त शिक्षा, ताराचंद के परिवार को पांच लाख रुपये और घटना में घायल हुए व्यक्ति केा 50,000 रुपये का मुआवजा देना शामिल है. यही बातें जिलाधिकारी अमित यादव ने भी वहां मौजूद लोगों से दोहराईं. (भाषा)