फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश फर्रुखाबाद जेल में मृत कैदी की रिपोर्ट में खुलासा, कैदी की मौत बीमारियों से नहीं बल्कि गोली लगने से हुई, पोस्टमार्टम में पेट से निकली गोली

फर्रुखाबाद जेल में मृत कैदी की रिपोर्ट में खुलासा, कैदी की मौत बीमारियों से नहीं बल्कि गोली लगने से हुई, पोस्टमार्टम में पेट से निकली गोली

फर्रुखाबाद जेल में मृत कैदी की रिपोर्ट में खुलासा, कैदी की मौत बीमारियों से नहीं बल्कि गोली लगने से हुई,  पोस्टमार्टम में पेट से निकली गोली

फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश): फर्रुखाबाद जिला जेल में रविवार को हुई हिंसा के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मृत एक कैदी के शव के पोस्टमार्टम में उसकी मौत गोली लगने के कारण होने की पुष्टि हुई है. 

जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने सोमवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि उपद्रव के दौरान बंदी शिवम की मौत के बाद पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम कराया. रिपोर्ट में शिवम को गोली लगने की पुष्टि हुई है, गोली उसके पेट से बरामद हुई है. यह गोली कितने बोर की है, यह खुलासा अभी नहीं हो सका है. 

अधिकारी बीमारियों का बता रहे थे कारण:
मौत से पहले शिवम ने सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया था कि बैरक का गेट बंद करते समय जेलर ने उसे गोली मारी थी. उसने दो डिप्टी जेलर पर भी गोली मारने का आरोप लगाया था. हालांकि, जेल अधिकारियों ने गोली मारने की बात को सिरे से खारिज किया था. 
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने कहा था कि शिवम की मौत गोली लगने से नहीं बल्कि बीमारियों से हुई है. राजेपुर क्षेत्र के जैनापुर गांव का निवासी शिवम चोरी के एक मामले में जेल में बंद था. 

जेल सूत्रों के अनुसार जिला जेल में उम्रकैद के सजायाफ्ता कैदी संदीप यादव की डेंगू के कारण सैफई स्थित मेडिकल कॉलेज में छह नवम्बर को मौत होने की खबर मिलने पर बंदियों ने बवाल शुरू कर दिया. रविवार सुबह जिला जेल को बंदियों ने अपने कब्जे में ले लिया और बंदी रक्षकों पर पथराव शुरू कर दिया. कई घंटों तक चले इस उपद्रव के दौरान करीब 30 पुलिसकर्मी घायल हो गये. इसके बाद व्यापक पुलिस बल मौके पर बुलाया गया लेकिन बंदी जेल के भीतर हंगामा करते रहे. बंदियों ने जेल के अंदर आगजनी भी की. मौके पर पहुंचे अग्निशमन दल ने आग पर काबू पाया.इस हिंसा के दौरान शिवम नामक कैदी की संदिग्ध हालात में मौत हो गयी. जेल के अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने शिवम के शव को पहले लोहिया अस्पताल ले जाकर उसका एक्सरे कराया. उसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. आधी रात को तीन चिकित्सकों डॉक्टर शिवप्रकाश, डॉक्टर अनुराग वर्मा और डॉक्टर योगेन्द्र सिंह के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया. इस दौरान मृतक के पेट में गोली मिली. कानपुर मण्डल के आयुक्त डॉक्टर राजशेखर रविवार देर शाम कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक प्रशांतकुमार के साथ फर्रुखाबाद जिला जेल पहुंचे. उन्होंने उप महानिरीक्षक-कारागार वी.पी. त्रिपाठी, जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा के साथ जेल के भीतर तकरीबन पांच घंटे तक पड़ताल की. 

राजशेखर ने बताया कि शासन को समय-समय पर पूरे मामले से अवगत कराया जा रहा है.  वरिष्ठ अधिकारी जेल में मौके पर हैं, एक बंदी की मौत हुई है. उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मामले की जांच रिपोर्ट आने पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी. इस बीच शिवम के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल उसके शव को लेकर जैनापुर स्थित उसके घर पहुंचा. हालात के मद्देनजर उसके गाँव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. जेल महानिदेशक आनन्‍द कुमार ने बताया कि उप महानिरीक्षक-कारागार वी.पी. त्रिपाठी मामले की प्रशासनिक जांच कर रहे हैं. न्यायिक जांच भी होगी क्योंकि जेल में इस घटना में एक कैदी की मौत हो गई है. सोर्स-भाषा
 

और पढ़ें