मीरपुर: कप्तान रोहित शर्मा वनडे विश्व कप के बारे में ‘ज्यादा दूर की सोचकर’ चीजों को अव्यवस्थित नहीं करना चाहते और उनका कहना है कि उन्हें और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को बखूबी पता है कि वे अगले साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में होने वाले इस टूर्नामेंट में किस तरह का रवैया अपनायेंगे.यह पूछने पर कि क्या विश्व कप की तैयारियां रविवार से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे श्रृंखला से आरंभ होगी तो रोहित ने स्पष्ट किया कि विशेषकर इस टूर्नामेंट (विश्व कप) के बारे में विचार शुरू करने के लिये अभी समय है.
रोहित ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले वनडे से पूर्व पत्रकारों से कहा कि हर बार जब भी आप एक मैच खेलते हो, यह किसी चीज की तैयारी के लिये ही होता है. विश्व कप में अभी आठ-नौ महीने (10 महीने) हैं. हम इतने दूर के बारे में नहीं सोच सकते. बतौर टीम हमें क्या करने की जरूरत है, हमें उस पर नजर रखनी चाहिए.उन्होंने कहा कि अगर वह ज्यादा जल्दी योजना बनाना शुरू कर देंगे तो इससे मदद नहीं मिलेगी.
लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि टीम का थिंक-टैंक जानता है कि किस दिशा में आगे बढ़ना है. रोहित ने कहा कि हमारे लिये अहम है कि हम इतनी सारी चीजों के बारे में सोचना शुरू नहीं करें. जैसे हमें इस खिलाड़ी को खिलाना चाहिए या उस खिलाड़ी को. मुझे और कोच (द्रविड़) को अच्छी तरह पता है कि क्या करना है. जब हम विश्व कप के करीब पहुंचेंगे तब इसमें तेजी बरतेंगे. कुछ खिलाड़ी जैसे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत दो-ढाई महीने तक खेलते रहेंगे और कप्तान ने कार्यभार प्रबंधन की जरूरत पर जोर दिया.
उन्होंने स्वीकारा कि काफी क्रिकेट खेला जा रहा है और यह थमेगा नहीं. इसलिये टीम और इसके लोगों को सही चीजें करने की जरूरत है. रोहित ने कहा कि पेशवर खिलाड़ी के तौर पर हमें ऊर्जावान बने रहना होगा. हां, काफी क्रिकेट खेला जा रहा है इसलिये हम उन्हें ब्रेक देते हैं. लोगों को यह समझने की जरूरत है कि हमें खिलाड़ियों को कब ब्रेक देना चाहिए.
यह केवल कार्यभार प्रबंधन के लिये ही है. उन्होंने कहा कि क्रिकेट नहीं रूकेगा. हमेशा काफी क्रिकेट होगा और हमें अपने खिलाड़ियों का प्रबंधन करना होगा. अगर आप अपने खिलाड़ियों को हर वक्त अपना सर्वश्रेष्ठ खेलते हुए देखना चाहते हैं तो उन्हें ब्रेक देना अहम है, उनका प्रबंधन करना अहम है क्योंकि तरोताजा रहना महत्वपूर्ण है. (भाषा)