इंदौर: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां 49 रन की हार के बाद स्वीकार किया कि गेंदबाजी में अब भी सुधार की काफी गुंजाइश है और उन्हें विभिन्न विकल्पों पर गौर करना होगा.
रिली रोसेयु ने 48 गेंद में आठ छक्कों और सात चौकों से नाबाद 100 रन की पारी खेलने के अलावा डिकॉक (68) के साथ दूसरे विकेट के लिए 90 और ट्रिस्टन स्टब्स (23) के साथ तीसरे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की जिससे दक्षिण अफ्रीका ने तीन विकेट पर 227 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया.
अच्छा साथ निभाते हुए दो-दो विकेट चटकाए:
भारतीय टीम ने इसके जवाब में नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और टीम कभी लक्ष्य हासिल करने की स्थिति में नहीं दिखी और अंतत: 18.3 ओवर में 178 रन पर सिमट गई. भारत की ओर से दिनेश कार्तिक ने सर्वाधिक 46 रन बनाए. उनके अलावा दीपक चाहर (31), ऋषभ पंत (27) और उमेश यादव (नाबाद 20) ही 20 रन के आंकड़े को छू पाए.
दक्षिण अफ्रीका की ओर से ड्वेन प्रिटोरियस ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए. केशव महाराज (34 रन पर दो विकेट), वेन पार्नेल (41 रन पर दो विकेट) और लुंगी एनगिडी (51 रन पर दो विकेट) ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए दो-दो विकेट चटकाए.
दिशा में काम करते हुए जवाब खोजने की जरूरत:
भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा कि एक टीम के रूप में हमने शुरुआत में ही कहा था कि परिणाम कुछ भी हो लेकिन सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है. भले ही हम तीनों विभागों में अच्छा प्रदर्शन करें, हम बेहतर होते रहना चाहते हैं. रोहित ने कहा कि चिंता का विषय है, हमें अपनी गेंदबाजी पर गौर करना होगा कि पावरप्ले, बीच के ओवरों और डेथ ओवरों में हमें और क्या विकल्प मिल सकते हैं. हम दो विश्व स्तरीय टीम के खिलाफ खेल रहे थे. हमें बेठकर सोचा होगा कि हम क्या बेहतर कर सकते हैं. यह चुनौतीपूर्ण होगा और हमें इस दिशा में काम करते हुए जवाब खोजने की जरूरत है.
इस तरह की जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा:
रोहित ने कहा कि खिलाड़ियों को क्या हासिल करना है इसे लेकर और अधिक स्पष्टता की जरूरत है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को इस मामले में बहुत अधिक स्पष्टता की आवश्यकता है कि वे क्या हासिल करना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना मेरा काम है कि ऐसा हो. हम ऐसा करना जारी रखना चाहते हैं. श्रृंखला के पहले दो मैच गंवाने वाले दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने स्वीकार किया कि इस तरह की जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा.
हम परिस्थितियों से सामंजस्य नहीं बैठा पाए:
उन्होंने कहा कि इस तरह जीतना हमारे आत्मविश्वास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस मुकाबले के काफी सकारात्मक पक्ष रहे. अगर हम पीछे मुड़कर देखें तो पहले मैच में हमारी बल्लेबाजी ने कुछ खास नहीं किया. हम परिस्थितियों से सामंजस्य नहीं बैठा पाए. बावुमा ने कहा कि दूसरे मैच में हमारे पास ऐसी योजनाएं थीं जिन पर हमने अमल नहीं किया. आज हम योजनाओं और हम क्या करने की कोशिश कर रहे थे उसे लेकर बहुत स्पष्ट थे. सोर्स-भाषा