ग्रहण के साये में रहेगी इस बार दीपावली, जानें लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त

जयपुर: इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्तूबर को लगेगा. हालांकि ये हमारे देश में दिखाई देने वाला पहला सूर्य ग्रहण है और दीपावली के त्योहार पर भी इसका साया रहेगा. ग्रहण लगा हुआ सूर्य अस्त हो जाएगा. संयोग है कि इस बार दीपावली की रात से ही सूर्य ग्रहण सूतक आरंभ हो जाएगा. ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि दीपावली इस साल 24 अक्तूबर को मनाई जाएगी. सूर्यग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि को लगता है और दीपावली भी अमावस्या तिथि पर होती है. अबकी बार ऐसा संयोग बना है कि दीपावली की रात से ही सूर्य ग्रहण का सूतक आरंभ हो जाएगा. इस बार सूर्यग्रहण करीब 4 घंटे 3 मिनट का होगा और इस ग्रहण का मोक्ष भारत में नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि सूर्य ग्रहण समाप्त होने से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि कार्तिक माह की अमावस्या को लगने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक होगा, जोकि भारत में देखा जा सकेगा. ज्योतिष के अनुसार जिस स्थान पर ग्रहण दिखाई नहीं देता वहां इसका सूतक भी मान्य नहीं होता है. ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण का प्रभाव दीपावली पूजा पर नहीं पड़ेगा. दीपावली के दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा भी कर सकेंगे और गोवर्धन पूजा के दिन भी धार्मिक कार्यों पर कोई मनाही नहीं रहेगी. सूर्य ग्रहण का आरंभ 25 अक्तूबर को दिन में 2:29 मिनट पर हो रहा है. सूर्यग्रहण के बारे में नियम है कि इसका सूतक ग्रहण आरंभ होने से 12 घंटे पहले लग जाता है. इसलिए 24 अक्तूबर दीपावली की रात 2:29 मिनट से सूर्यग्रहण का सूतक आरंभ हो जाएगा.

खंडग्रास सूर्यग्रहण का समय:- 
ग्रहण प्रारंभ- 2-29 दोपहर
ग्रहण मध्य- 4-30 दोपहर
ग्रहण समाप्त- 6-32 शाम
ग्रहण अवधि- चार घंटे तीन मिनट

भारत में नहीं दिखेगा सूर्य ग्रहण का मोक्ष:-
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 25 अक्टूबर को लगने वाला सूर्यग्रहण करीब 4 घंटे 3 मिनट का होगा. और इस ग्रहण का मोक्ष भारत में नहीं देखा जा सकेगा क्योंकि सूर्य ग्रहण समाप्त होने से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा.

12 घंटे पहले लग जाएगा सूतक:-
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य ग्रहण का आरंभ 25 अक्टूबर को दिन में 2:29 मिनट पर हो रहा है. सूर्य ग्रहण के बारे में नियम है कि इसका सूतक ग्रहण आरंभ होने से 12 घंटे पहले लग जाता है. इसलिए 24 अक्टूबर दीपावली की रात 2:30 मिनट से सूर्य ग्रहण का सूतक आरंभ हो जाएगा.

दीपावली पर तिथि का संयोग:-
दीपावली की तिथि- 24 अक्टूबर 2022
कृष्ण पक्ष की अमावस्या- 24 तारीख को शाम 5:28 मिनट से शुरू होकर 25 अक्टूबर शाम 4:18 मिनट तक

दीपावली पूजन मुहूर्त:-
पूजन सर्वश्रेष्ठ समय:- 
प्रदोष काल सायं 5:48 से रात्रि 8:22 तक

दिन के चौघड़िया:-
अमृत का चौघड़िया:-
प्रातः 6:35 से 7:00 तक 
शुभ का चौघड़िया:- 
प्रातः 9:23 से 10:47 तक

चर लाभ अमृत का चौघड़िया:- 
दोपहर 1:35 से सायं 5: 47 तक

अभिजीत मुहूर्त:-
प्रातः 11:48 से दोपहर 12:33 तक

रात्रि के चौघड़िया:-
चर का चौघड़िया :-
सायं 5:47 से 7:23 तक

लाभ का चौघड़िया:-
रात्रि 10:35 से मध्य रात्रि 12:11 तक

शुभ अमृत चर का चौघड़िया:-
मध्य रात्रि 1:47 से प्रातः 6:35 तक

दीपावली की रात महानिशीथ काल:-
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि दीपावली की रात को साधन के लिए बहुत ही उत्तम माना गया है. इस समय देवी काली की साधना, उपासना, तंत्र साधना की जाती है. महानिशीथ काल का समय 24 अक्टूबर को रात 10:55 मिनट से 25 अक्टूबर को रात 1:53 मिनट तक रहेगा. दीपावली की रात को ग्रहण का सूतक लग जाने से तंत्र साधना और सिद्धि के लिए यह रात बेहद खास रहेगी. इस रात जागरण करके देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जप करना बेहद ही लाभकारी होगा.