कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने पैसों की कथित हेराफेरी के सिलसिले में रविवार को बीरभूम जिले में स्थानीय सरकारी अधिकारी और एक पंचायत सदस्य को सलाखों के पीछे भेजने की चेतावनी दी और कहा कि जनता के पैसों को लूटने में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. जिले के मयूरेश्वर क्षेत्र में पार्टी की एक बैठक के दौरान घोष ने कहा कि एक खंड विकास अधिकारी पर पंचायत के एक सदस्य के साथ मिलकर जनता के पैसों की हेराफेरी करने के कई आरोप लगे हैं.
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि किसी ने जनता के पैसों से तीन मंजिला मकान बनवा लिया है और वह हर सुबह अपनी बालकनी में बैठ कर चाय पीता है जबकि जनता को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं. तुम्हारा समय पूरा हो चुका है. घोष ने कहा कि मुझे पता चला है कि स्थानीय बीडीओ आम आदमी के हितों के खिलाफ काम कर रहा है. वह पंचायत के एक सदस्य के साथ मिलकर काम कर रहा है. हम कह रहे हैं कि सुधर जाओ. जनता के पैसों को लूटने वाले किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा.
सत्तारूढ़ दल की आलोचना करते हुए घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के बहुत से नेता लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए ओडिशा में भी जेल गए हैं. उन्होंने कहा कि हम इस राज्य में भी भ्रष्टाचारियों को जेल भेज सकते हैं. बेईमानी बंद कीजिये. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संभवतः चिट फंड घोटाले के संबंध में हुई गिरफ्तारियों का हवाला दे रहे थे. घोष के आरोपों का जवाब देते हुए तृणमूल के महासचिव कुणाल घोष ने पीटीआई-भाषा से कहा कि दिलीप बाबू बड़े-बड़े दावे करते हैं जिनमें कोई सच्चाई नहीं होती. उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्षी पार्टियों को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के जरिये धमकाने के सिवा और कुछ नहीं जानती. (भाषा)