Tirgrahi Yog: 16 दिसंबर को धनु राशि में बनेगा त्रिग्रही योग, इन 3 राशि वालों की चमक सकती है किस्मत

जयपुर: सबसे पहले ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह धनु राशि में आ गया. इसके बाद धन और वैभव के दाता शुक्र देव धनु राशि में आ गया. साथ ही फिर ग्रहों के राजा सूर्य देव 16 दिसंबर को धनु में प्रवेश कर जाएंगे. जिससे धनु राशि में त्रिग्रही योग का निर्माण होगा. ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र ग्रह राशि बदलकर 5 दिसंबर को धनु राशि में आ गया. इससे पहले शनिवार 3 दिसंबर को बुध भी इसी राशि में आ गया था. अब 16 दिसंबर को सूर्य भी इसी राशि में आ जाएगा. इन तीन बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन होने से मौसम के साथ-साथ राजनीति में भी बदलाव देखने को मिलेगा. बुध, शुक्र और सूर्य के धनु राशि में जाने से ठंड बढ़ेगी और शीत लहर चलने की आशंका है. वहीं, शेयर मार्केट में गिरावट आ सकती है. पेट्रोल सहित कुछ चीजों के दामों में भी कमी आएगी. देश की अर्थव्यवस्था मजबूती की तरफ बढ़ेगी. साथ ही बड़े प्रशासनिक बदलावों के योग बनेंगे. 

ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि में 3 दिसंबर को बुध का प्रवेश हुआ. इसके बाद 5 तारीख को शुक्र भी इसी राशि में आ गया है. इन दोनों ग्रहों की युति होने से अब लक्ष्मी नारायण योग बन रहा है. ये शुभ योग अगले 8 दिनों तक रहेगा. फिर सूर्य भी धनु राशि में आ जाएगा. जिससे बुधादित्य योग बनेगा. धनु राशि में बन रहे ग्रहों के इस संयोग से कई लोगों को फायदा मिलेगा. बुध ग्रह धनु राशि में 28 दिसंबर तक रहेंगे. वहीं 5 दिसंबर को शुक्र भी धनु राशि में 29 दिसंबर तक वहीं रहेंगे. वहीं 16 दिसंबर को सूर्य भी धनु राशि में गोचर करेंगे, जो कि 13 जनवरी तक वहीं रहेंगे.

तीन बार राशि बदलेगा बुध:
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि दिसंबर में बुध तीन बार राशि बदलेगा. सबसे पहले 3 तारीख को ये ग्रह धनु राशि में आया है. फिर महीने के आखिरी में 28 को मकर राशि में प्रवेश करेगा. अगले दिन वक्री हो जाएगा. इसलिए 30 दिसंबर को फिर लौटकर धनु राशि में आ जाएगा. बुध की चाल में इस तरह बदलाव होने से लेखन, वकालात और पत्रकारिता से जुड़े लोग परेशान हो सकते हैं. शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को नुकसान होने की आशंका रहेगी. कई लोग गले के दर्द से परेशान हो सकते हैं.

दो बार राशि बदलेगा शुक्र:
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि 5 दिसंबर को शुक्र राशि बदलकर धनु में आया है. इसके बाद महीने के बाद महीने के आखिरी में 29 तारीख को मकर राशि में आ जाएगा. जो कि मित्र ग्रह शनि की राशि यानी मकर रहेगा. पूरे महीने गुरु की राशि में होने से कई लोगों के लिए परेशानी और खर्चे वाला समय रहेगा. वहीं, कुछ लोगों को शुक्र के राशि परिवर्तन से धन लाभ होने के योग बनेंगे.

सूर्य का धनु राशि में प्रवेश:
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि महीने के बीच में सूर्य अपने मित्र ग्रह यानी गुरु की राशि धनु में 16 दिसंबर को प्रवेश करेगा. सूर्य की चाल में बदलाव से खरमास शुरू हो जाएगा. जिससे अगले एक महीने तक मांगलिक कामों के लिए मुहूर्त नहीं रहेंगे. सूर्य के प्रभाव से कुछ लोगों के कामकाज और जिम्मेदारियों में बड़े बदलाव हो सकते हैं. कई लोगों की सेहत में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं.

लक्ष्मी नारायण योग:
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि जब बुध और शुक्र एक साथ होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग बनता है. इस योग को बहुत ही शुभ माना गया है. शुक्र को ज्योतिष शास्त्र में लग्जरी लाइफ और मनोरंजन का कारक माना जाता है. बुध जब-जब राशि बदलता है. तब-तब देश में बड़े आर्थिक बदलाव होते हैं. अभी होने वाले बुध के राशि परिवर्तन से व्यापार, सामाजिक दृष्टिकोण आदि में वृद्धि का कारक होगा.

बुधादित्य शुभ योग:
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य और बुध एक ही राशि में होते हैं तो बुधादित्य शुभ योग बनाते हैं. इस शुभ योग का फायदा सभी राशियों को मिलता है. बुध के प्रभाव से कई लोगों की इनकम बढ़ सकती है. व्यापारी गतिविधियां में सुधार होता है. कामकाज में तेजी आती है और लोगों को बुद्धि की वजह से फायदा मिलता है. सूर्य का असर कामकाज पर पड़ता है. इससे पराक्रम और रुपयों की आवक बढ़ेगी. राजनीति में बुद्धिमान लोगों का वर्चस्व बढ़ेगा. सरकारी नौकरी करने वाले लोगों को फायदा हो सकता है. धैर्य और संयम में वृद्धि होगी. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगने लगेगा. बुध का सबसे ज्यादा प्रभाव बिजनेस पर पड़ता है. शुक्र के साथ बुध होने से बिजनेस में मंदी दूर होगी. फायदा बढ़ने लगता है. बिजनेस का कर्ज खत्म होने लगेगा और तरक्की होने लगती है.

ग्रहों के गोचर का प्रभाव:
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि बीमारियों के इलाज में भी नए-नए आविष्कार होंगे. नई-नई दवाइयां और तकनीक विकसित होगी. बीमारियों में कमी आएगी. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. आय में इजाफा होगा. प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की संभावना. पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा. राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे. सत्ता संगठन में बदलाव होंगे. पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जायेगा. देश में आंदोलन, हिंसा, धरना प्रदर्शन हड़ताल, बैंक घोटाला, वायुयान दुर्घटना, विमान में खराबी, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती है. व्यापार में तेजी आएगी. प्रशासन बड़े फैसले ले सकता है. जिससे कुछ लोगों में तनाव बढ़ सकता है.

करें पूजा-पाठ और दान:
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि ग्रहों के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें. भगवान शिव और माता दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए.