उदयपुर: उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक को देर रात दुरुस्त कर दिया गया है. ट्रैक दुरुस्त होने के बाद अहमदाबाद-उदयपुर मार्ग को बहाल किया गया है. DRM अहमदाबाद ने ट्वीट कर लाइन बहाल होने की जानकारी दी है. रात को ही खाली ट्रेन दौड़ाकर ट्रायल किया गया था. उसके बाद सुबह 6:30 बजे असारवा से उदयपुर के लिए ट्रेन रवाना हुई.
आपको बता दें कि 13 दिन पहले शुरू हुए उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर बने पुल पर शनिवार शाम को अज्ञात लोगों ने ब्लास्ट कर दिया. बदमाशों की साजिश ब्लास्ट कर पुल को उड़ाने और रेलवे ट्रैक को बर्बाद करने की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को ही इस लाइन का लोकार्पण किया था. सबसे पहले स्थानीय लोगों ने यहां तेज धमाके की आवाज सुनी थी.
ब्लास्ट से पटरियों पर क्रैक आ गया था:
धमाका इतना तेज था कि 2 किलोमीटर के आसपास इलाके तक आवाज सुनाई दी. मौके पर बारूद भी मिला है. ब्लास्ट से पटरियों पर क्रैक आ गया था. धमाके से आधे घंटे पहले ही ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी. इस घटना के बाद अहमदाबाद से उदयपुर आ रही ट्रेन को डूंगरपुर तक ही रोक दिया गया है. गनीमत रही स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस व रेल्वे को सजग कर दिया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि अहमदाबाद से उदयपुर आने वाली ट्रेन इसी पुल पर होकर गुजरती थी.
जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा:
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि डेटोनेटर से पुल को उड़ाने की साजिश की गई है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा. मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया की धमाका करीब 1 किलोमीटर दूर तक सुनाई दिया. घटनास्थल पर राजस्थान पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड(एटीएस) की टीम भी पहुंच गई थी. एटीएस आतंकी साजिश के एंगल से जांच कर रही है. उदयपुर एसपी विकास शर्मा के मुताबिक प्राथमिक तौर पर लग रहा है कि पूरी तरह प्लानिंग कर ब्लास्ट किया गया है. हर चीज की बारीकी से जांच कर रहे हैं. डेटोनेटर सुपर 90 श्रेणी का है. रेलवे के साथ पुलिस भी तफ्तीश में लगी है. क्षेत्र के लोगों से भी पूछताछ करेंगे. बम स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर सबूत जुटाए हैं.
स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से इस नए रूट पर बड़ा हादसा टल गया:
बताया जा रहा है कि स्थानीय ग्रामीणों की सजगता से इस नए रूट पर बड़ा हादसा टल गया. घटना उदयपुर से करीब 25 किलोमीटर दूर सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओडा रेलवे पुल की है. जहां ग्रामीणों को शनिवा शाम को धमाके की आवाज सुनाई दी.सुबह जब ग्रामीणों ने मौके पर जाकर देखा तो होंस उड़ गए. देखा तो लोहे की पटरियां कई जगह से टूट चुकी थी. पुल पर लाइन से नट-बोल्ट भी गायब मिले. ट्रैक पर लोहे की पतली चादर भी उखड़ी हुई मिली. ग्रामीणों की सूचना के बाद ट्रैक पर यातायात रोका गया, वरना कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी.
सांसद अर्जुन लाल मीणा कहा- असमाजिक तत्वों द्वारा मेवाड़ सरकारों को बदनाम करने की साजिश
सांसद अर्जुन लाल मीणा ने बताया कि मामले को लेकर जांच की जा रही है. असमाजिक तत्वों द्वारा मेवाड़ सरकारों को बदनाम करने की साजिश करने की कोशिश कर रहे है. सांसद से राज्य सरकार से मांग की जल्द ही मामले का खुलासा किया जाए. वहीं संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने बताया कि एफएसएल टीम हर एक एंगल को खंगाल रही है उसकी रिपोर्ट आने के बाद मामले का पता चल रहा है. मामला गम्भीर है उसकी जांच कर रहे है.
माइनिंग ब्लास्ट में काम आने वाली सामग्री का उपयोग किया गया:
जावरमाइंस थानधिकारी अनिल विश्नाई ने बताया कि माइनिंग ब्लास्ट में काम आने वाली सामग्री का उपयोग किया गया है. देशी विस्फोटक सामग्री मिली है. फिलहाल हर एंगल पर जांच कर रहे हैं. उदयपुर-अहमदाबाद ट्रेन की शुरुआत पीएम नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2022 को असारवा स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर की थी. इस ट्रैक के लिए 6 साल लंबा इंतजार करना पड़ा था. पहले यहां मीटर गेज(छोटी लाइन) थी, इसे हटाकर ब्रॉड गेज में तब्दील किया गया है.