उत्तरकाशी: उत्तराखंड में द्रौपदी का डांडा चोटी के पास हुए हिमस्खलन में मारे गए पांच और लोगों के शव सोमवार को मातली में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के शिविर में लाए गए. साथ ही लगातार हिमपात से दो लापता पर्वतारोहियों का पता लगाने के प्रयास भी बाधित हो रहे हैं.
उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक रुहेला ने बताया कि सोमवार को पांच और शव मिलने के साथ ही घटनास्थल से अभी तक निकाले गए शवों की संख्या 26 हो गयी है. उन्होंने कहा कि एक शव अब भी समिट कैम्प में है जबकि दो लापता पर्वतारोहियों की तलाश जारी है. गौरतलब है कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) के 29 पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय चार अक्टूबर को 17 हजार फुट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे.
उसी दिन राज्य आपदा राहत बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सेना और भारतीय वायु सेना ने खोज एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया था जो अब भी चल रहा है. जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र में लगातार हिमपात से खोज अभियान बाधित हो रहा है, लेकिन खराब मौसम के बावजूद दो लापता पर्वतारोहियों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है. हमें जल्द ही अभियान खत्म होने की उम्मीद है. सोर्स- भाषा