अहमदाबाद: वेडिंग प्लानर्स का कहना है कि अगले महीने होने वाला गुजरात विधानसभा चुनाव शादियों के मौसम के साथ पड़ रहा है, ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों के विवाह आयोजनों और उनकी तैयारियों ले व्यस्त रहने की संभावना है.
हालांकि, कुछ नेताओं का कहना है कि वे लोगों को मनाने की कोशिश करेंगे कि सामाजिक व्यस्तताओं के बावजूद वे वोट देने के लिए कुछ समय निकालें. विवाह आयोजन से जुड़े लोगों के अनुसार, दो, चार और आठ दिसंबर को शादियों के लिए शुभ मुहुर्त है और इन तारीखों पर सैकड़ों वैवाहिक कार्यक्रम होने की संभावना है. वहीं, गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में होना है. मतों की गिनती आठ दिसंबर को होगी.
विवाह आदि जैसे शुभकार्य नहीं होते हैं:
कुछ वेडिंग प्लानर्स के अनुसार, 22 नवंबर से शादी का मौसम काफी व्यस्त भरा रहेगा और यह 16 दिसंबर को ‘कामुर्ता’ अवधि की शुरुआत होने तक चलेगा. गौरतलब है कि 16 दिसंबर से जनवरी में मकर संक्राति तक विवाह आदि जैसे शुभकार्य नहीं होते हैं. उन्होंने कहा कि 22 नवंबर से 16 दिसंबर के बीच सैकड़ों शादियों की योजना है, जिसमें दो, चार और आठ दिसंबर को अच्छा मुहुर्त है. उन्होंने कहा कि रात्रि कर्फ्यू और अतिथियों की सीमित संख्या जैसी कोविड-19 पाबंदियां हटने से इस साल सर्दी के मौसम में विवाह कार्यक्रमों में लोगों की संख्या अत्यधिक बढ़ने वाली है.
16 दिसंबर से करीब एक महीने की ‘कामुर्ता’ अवधि होगी:
वडोदरा की एक कंपनी ‘शादी प्लानर’ से आनंद ठकरार ने पीटीआई-भाषा से कहा कि शादियों का मौसम है और बड़ी संख्या में ऐसे आयोजन की योजना है. कोविड-19 संबंधी पाबंदियां भी हटी हैं. ऐसे में लोगों की संख्या (आयोजन में मेहमानों की संख्या) 500-1,000 तक बढ़ने की उम्मीद है. अहमदाबाद से पुजारी कमलेश त्रिवेदी ने कहा कि शादी के शुभ मुहूर्त 25 नवंबर और 14 दिसंबर के बीच हैं. इसके बाद 16 दिसंबर से करीब एक महीने की ‘कामुर्ता’ अवधि होगी.
उत्सव में भाग लेने के लिए कुछ समय निकाल सकते हैं:
कांग्रेस की गुजरात इकाई के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि लोगों ने शादियां तय कर ली हैं और उन्हें चुनाव के लिए टाला नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि लेकिन, हम उन्हें वोट डालने की खातिर कुछ समय निकालने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे. शादी निस्संदेह महत्वपूर्ण है, लेकिन वे लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने के लिए कुछ समय निकाल सकते हैं. गुजरात आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता करण बरोट ने कहा कि यह लोगों की जिम्मेदारी है कि वे एक अच्छे उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करें, चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल का हो. सोर्स-भाषा