जयपुर: दिवाली पर घर लौटने वाले लोगों को सीट नहीं मिल रही है. शेड्यूल्ड ट्रेनों में सीटें फुल हैं और लम्बी वेटिंग दिख रही है. वहीं हवाई किराया पहले से आसमान छू रहा है. रेलवे प्रशासन ने दिवाली पर लोगों को घर पहुंचाने के लिए जो इंतजाम किए हैं, वे पूरी तरह नाकाफी साबित हो रहे हैं. भारतीय रेल कैसे यात्रियों की उम्मीदों पर पूरी तरह फेल साबित हो रही है. आमतौर पर त्यौहारों पर ट्रेनों में सीट मिलना मुश्किल होता है. और दिवाली पर खासतौर पर यह परेशानी बढ़ जाती है. इस बार भी अधिकांश ट्रेनों में सीटें नहीं मिल पा रही हैं. लम्बे रूट की ट्रेनों में यात्रियों की मारामारी है और कई ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची 300 के पार जा पहुंची है.
दिवाली से 5 दिन पहले यानी 19 अक्टूबर से यात्रियों की भीड़ बढ़ेगी और 23 अक्टूबर तक यात्रियों की संख्या काफी अधिक रहेगी. ऐसे में जयपुर से लखनऊ, वाराणसी, जम्मूतवी, मुम्बई, कोलकाता, गुवाहाटी आदि शहरों में जाने वाले यात्रियों को सीट मिलना मुश्किल है. जोधपुर से वाराणसी जाने वाली मरुधर एक्सप्रेस में 20 से 23 अक्टूबर तक स्लीपर क्लास में नो रूम की स्थिति है. यानी वेटिंग वाली सीट भी बुक नहीं हो रही है. जयपुर से लखनऊ जाने वाली गोमतीनगर एक्सप्रेस में 21 अक्टूबर को स्लीपर की वेटिंग 346 तक जा पहुंची है. यानी किसी तरह टिकट बुक करवा भी ली तो क्लीयर होने के 1 प्रतिशत भी चांस नहीं हैं. पोरबंदर-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस में भी 21 अक्टूबर को टिकट बुक नहीं हो रही. जयपुर से कोलकाता जाने वाली हावड़ा सुपरफास्ट और सियालदाह एक्सप्रेस दोनों फुल हैं.
आईए अब आपको बताते हैं कि जयपुर से जाने वाली ट्रेनों में दिवाली से 3 दिन पहले के लिए क्या है स्थिति -
21 अक्टूबर को जयपुर से लखनऊ के लिए ये हैं हालात:
- 21 अक्टूबर को 14864 मरुधर एक्सप्रेस में स्लीपर में रिग्रेट
- यानी वेटिंग क्लीयर होना तो दूर, टिकट ही बुक नहीं होगी
- मरुधर में 21, 25, 28 व 30 अक्टूबर को भी टिकट बुक नहीं हो रही
- इसी ट्रेन में थर्ड एसी में रिग्रेट, 30 अक्टूबर तक 40 तक वेटिंग
- 19269 पोरबंदर-मुजफ्फरपुर में 21 अक्टूबर को स्लीपर में रिग्रेट
- इसी ट्रेन में थर्ड एसी और सैकंड एसी में भी दिखा रहा रिग्रेट
- 19715 जयपुर-गोमतीनगर में स्लीपर में 346 वेटिंग
- इसी ट्रेन में थर्ड एसी इकोनॉमी में 48, थर्ड एसी में 136 वेटिंग
जयपुर से मुम्बई के लिए कैसी है स्थिति :
- 12956 जयपुर-मुम्बई सुपर में स्लीपर में 23, थर्ड एसी में 17 वेटिंग
- 12980 जयपुर-बांद्रा टर्मिनस में स्लीपर में 34, थर्ड एसी में 25 वेटिंग
- 09008 बोरीवली सुपरफास्ट में स्लीपर में 26, थर्ड एसी में 13 वेटिंग
जयपुर से कोलकाता के लिए कैसे हैं हालात:
- 12308 जोधपुर-हावड़ा में स्लीपर में रिग्रेट, थर्ड एसी में 80 वेटिंग
- 12988 अजमेर-सियालदाह में स्लीपर में रिग्रेट, थर्ड एसी में 100 वेटिंग
जयपुर से जम्मूतवी के लिए:
- 12413 पूजा सुपरफास्ट में स्लीपर, थर्ड एसी, सैकंड एसी सभी में रिग्रेट
- 14645 शालीमार एक्सप्रेस में स्लीपर में 100 वेटिंग, थर्ड एसी में रिग्रेट
जयपुर से गुवाहाटी के लिए :
- 15633 बीकानेर-गुवाहाटी में 19 अक्टूबर को स्लीपर में रिग्रेट, थर्ड एसी में 56 वेटिंग
- 15631 बाड़मेर-गुवाहाटी में 17 अक्टूबर को स्लीपर में रिग्रेट, थर्ड एसी में 43 वेटिंग
ज्यादातर शहरों के लिए ट्रेनों में या तो रिग्रेट दिखा रहा है या फिर वेटिंग इतनी अधिक है कि वह क्लीयर हो ही नहीं सकती. यानी यात्रियों को त्यौहार के इस मौके पर घर पहुंचाने में रेलवे असहाय नजर आ रहा है. बड़ी बात यह है कि रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को राहत देने के लिए प्रस्ताव भी तैयार किया था. लेकिन इस प्रस्ताव के मुताबिक ट्रेन संचालन के लिए इसे अप्रूवल ही नहीं मिल सका है. दरअसल जयपुर रेल मंडल की ओर से त्यौहारों को देखते हुए 29 जुलाई को अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के लिए रेलवे मुख्यालय को प्रस्ताव भिजवाया गया था. इसमें जयपुर से बढ़ने वाले यात्रीभार को देखते हुए 5 अतिरिक्त ट्रेनें चलाने की मांग की गई थी. लेकिन इनमें से रेलवे प्रशासन ने किसी भी ट्रेन को चलाने की अनुमति नहीं दी है.
और जयपुर मंडल का प्रस्ताव धूल फांक रहा ?:
- जयपुर रेल मंडल ने 5 ट्रेन चलाने का भिजवाया था प्रस्ताव
- नवरात्रि, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा पर ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव
- इसमें जयपुर से सप्ताह में 3 दिन अहमदाबाद के लिए
- जयपुर से सप्ताह में 3 दिन मुम्बई सेंट्रल के लिए
- जयपुर से सप्ताह में 3 दिन पुणे के लिए
- अजमेर से सप्ताह में 2 दिन पटना वाया जयपुर
- जयपुर से कोलकाता वाया पटना सप्ताह में 3 दिन
- लेकिन इन ट्रेनों के संचालन को लेकर नहीं हो सका निर्णय