वेलिंगटन: न्यूजीलैंड को पहली विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जिताने वाले उसके सबसे कामयाब टेस्ट कप्तान रहे केन विलियमसन ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है. न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने बृहस्पतिवार को यह ऐलान किया. तेज गेंदबाज टिम साउदी को नया टेस्ट कप्तान बनाया गया है.32 वर्ष के विलियमसन विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलेंगे.वह सीमित ओवरों के प्रारूप में कप्तान बने रहेंगे चूंकि फोकस 2023 में होने वाले वनडे विश्व कप और 2024 के टी20 विश्व कप पर है.
विलिसमन ने कहा कि न्यूजीलैंड की टेस्ट टीम की कप्तानी करना विशेष गर्व की बात रही. मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट सर्वोपरि है और मैने इसकी चुनौतियों का पूरा मजा लिया. पिछले छह साल में विलियमसन ने अपनी कप्तानी में 40 टेस्ट में रिकॉर्ड 22 जीते, दस गंवाये और आठ ड्रॉ खेले. उनकी कप्तानी में न्यूजीलैंड ने पिछले साल भारत को हराकर पहली विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जीती थी. उनकी कप्तानी में जीत का प्रतिशत 55 रहा जबकि कार्यवाहक कप्तान टॉम लाथम की कप्तानी में 44 प्रतिशत और पूर्व कप्तान तथा इंग्लैंड के मौजूदा कोच ब्रेंडन मैकुलम की कप्तानी में 35.5 प्रतिशत जीत का औसत रहा.
विलियमसन ने कहा कि कप्तानी से मैदान के भीतर और बाहर अतिरिक्त कार्यभार रहता है. मुझे लगता है कि कैरियर के इस मुकाम पर यह सही फैसला है. न्यूजीलैंड क्रिकेट से बातचीत के बाद हमने यह महसूस किया कि अगले दो साल में दो विश्व कप होने हैं और ऐसे में सीमित ओवरों की कप्तानी पर ही फोकस रहना चाहिए. साउदी न्यूजीलैंड के 31वें टेस्ट कप्तान होंगे.उनकी कप्तानी में टीम इस महीने पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट खेलेगी.वह 22 टी20 मैचों में न्यूजीलैंड की कप्तानी कर चुके हैं.
मुख्य कोच गैरी स्टीड ने बतौर कप्तान विलियमसन के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि केन की कप्तानी में न्यूजीलैंड ने काफी सफलतायें अर्जित की. उसने अपने प्रदर्शन के जरिये मोर्चे से अगुवाई की और टीम को पहली विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में जीत दिलाई. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि उसका कार्यभार कम करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे लंबे समय तक खेलते देख सकेंगे. नए कप्तान साउदी ने कहा कि टेस्ट कप्तान बनना गर्व की बात है. टेस्ट क्रिकेट सबसे बड़ी चुनौती है और इस प्रारूप में कप्तानी को लेकर मैं रोमांचित हूं. उम्मीद है कि केन के काम को आगे बढा सकूंगा.