जयपुर: पंचांग का हिंदू धर्म में शुभ व अशुभ देखने के लिए विशेष महत्व होता है. पंचाग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, नक्षत्र, व्रतोत्सव, राहुकाल, दिशाशूल और आज शुभ चौघड़िये आदि की जानकारी देते हैं.
शुभ मास- माघ मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि प्रतिपदा नन्दा संज्ञक तिथि अगले दिन सूर्योदय पूर्व 7 बजकर 7 मिनट तक तत्पश्चात द्वितीय तिथि रहेगी. प्रतिपदा तिथि को देवी पूजन कार्यो को छोड़ कर सभी शुभ कार्यो वर्जित माने गए हैं. प्रतिपदा तिथि में जन्मे जातक धनवान, बुद्धिवान, सुखी, धर्मपरायण होते हैं.
पुनर्वसु "चर" संज्ञक नक्षत्र अंत रात्रि 3 बज कर 7 मिनट तक तत्पश्चात पुष्य "शिप्र" संज्ञक नक्षत्र रहेगा. पुनर्वसु नक्षत्र मे शांति, वास्तु, प्रतिष्ठा, जनेऊ, इत्यादि कार्य सिद्ध होते हैं. पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक नम्र स्वाभाव वाला, सुन्दर, माता-पिता कि सेवा करने वाला, धनवान, बुद्धिमान होता है.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन मिथुन राशि में संचार करेगा
व्रत उपवास- माघ मास प्रारम्भ
राहुकाल- प्रातः 9 बजे से 10.30 बजे तक
दिशाशूल- शनिवार को पूर्व दिशा मे दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से अदरक या उरद दाल खा कर निकले.
आज के शुभ चौघड़िये- प्रातः 8.38 मिनट से प्रातः 9.56 मिनट तक शुभ, दोपहर 12.33 मिनट से सायं 4.27 तक चर, लाभ, और अमृत का चौघड़िया.