नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक, जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे, SIR विवाद और चुनाव आयोग से जुड़े तमाम मसलों पर रखी अपनी बात है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से अनुभव को देखते हुए 130वें संविधान संशोधन की जरूरत पड़ी है. आरोपी पीएम, सीएम और मंत्रियों को पद से हटाने के संबंधी विधेयक में क्या कमी है.
उन्होंने खुद आरोप लगने पर गुजरात में गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था. अमित शाह ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक के विरोध पर कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह और भाजपा दोनों इस विचार को पूरी तरह से खारिज करते हैं कि देश उस व्यक्ति के बिना नहीं चलाया जा सकता, जो जेल में बंद है. कोई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई भी नेता जेल से रहकर देश नहीं चला सकता है.
130वां संविधान संशोधन विधेयक जल्द पारित होगा:
अमित शाह ने कहा कि लालू को बचाने मनमोहन सिंह की ओर से लाए गए अध्यादेश को राहुल गांधी ने फाड़ दिया था. अध्यादेश को फाड़ने का राहुल गांधी का क्या औचित्य था ? अगर उस दिन नैतिकता थी, तो क्या आज नहीं है. क्योंकि आप लगातार तीन चुनाव हार चुके हैं ? मुझे पूरा विश्वास है कि 130वां संविधान संशोधन विधेयक पारित हो जाएगा.पीएम ने खुद को भी बिल के दायरे में रखा है. विपक्ष को नए कानून से डरने की जरूरत नहीं है. इसमें असुरक्षा जैसा कुछ भी नहीं है.
विपक्ष जनता में भ्रम पैदा करना चाहता है:
राहुल की ओर से आयोजित विभिन्न आउटरीच कार्यक्रमों के वीडियो रीलों पर अमित शाह ने कहा कि किसी कार्यक्रम का प्रबंधन करने और जनता से संवाद करने में बहुत अंतर होता है. संसद के अंदर CISF की तैनाती पर अमित शाह ने कहा कि मार्शल सदन में तभी प्रवेश करते हैं, जब अध्यक्ष उन्हें आदेश देते हैं. यह बदलाव एक बड़ी घटना के बाद हुआ, जब कुछ वामपंथी लोगों ने संसद के अंदर स्प्रे किया था. विपक्ष को बहाने चाहिए और वे जनता में भ्रम पैदा करना चाहते हैं. तीन चुनाव हारने के बाद हताशा के स्तर ने उन्हें विवेक खो दिया है.
धनखड़ जी एक संवैधानिक पद पर आसीन थे:
अमित शाह ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कि धनखड़ जी एक संवैधानिक पद पर आसीन थे. धनखड़ जी ने संविधान के अनुरूप अच्छा काम किया. स्वास्थ्य कारणों से धनखड़ जी ने इस्तीफा दिया. धनखड़ जी के इस्तीफे में कुछ सोचने की जरूरत नहीं है. धनखड़ केस में ज्यादा पड़ताल नहीं हो. धनखड़ जी को लेकर गलत बातें फैलाई जा रही है. किसी को भी इसे ज्यादा खींचकर कुछ खोजने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
सुदर्शन रेड्डी को चुनने का मानदंड विपक्ष की वामपंथी विचारधारा ही रही होगी:
अमित शाह ने INDI गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी पर कहा कि उन्होंने सलवा जुडूम खारिज कर आदिवासियों के आत्मरक्षा के अधिकार को समाप्त कर दिया. इसी वजह से देश में नक्सलवाद दो दशकों से ज्यादा समय तक चला. सुदर्शन रेड्डी को चुनने का मानदंड विपक्ष की वामपंथी विचारधारा ही रही होगी.