जोधपुर: जोधपुर कमिश्नरेट में ब्यूटी पार्लर संचालक अनीता चौधरी हत्याकांड मामले को लेकर पुलिस अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. पुलिस रिमांड पर चल रही मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन के बार-बार बयान बदलने और नई-नई कहानी रचने से पुलिस की जांच प्रतिदिन एक नई दिशा में घूम जाती है. वहीं घटना के 12 दिन बाद भी मृतक का अनीता चौधरी के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं हो पाया है. पुलिस का कहना है की जांच में परिजन सहयोग नहीं कर रहे हैं और इसके लिए एक बार फिर परिजनों को नोटिस जारी कर जांच में सहयोग करने का आग्रह किया गया है.
सरदारपुराथाना क्षेत्र में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली अनीता चौधरी की गुलामुद्दीन ने निर्मम हत्या कर दी थी और शव को 10 फीट गहरे गड्ढे में गढ़ दिया था. घटना के बाद से ही लगातार परिजन मुख्य आरोपी की गिरफ्तार की मांग कर रहे थे, जिसके बाद पुलिस तीन दिन पहले गुलामुद्दीन को मुंबई से गिरफ्तार करके जोधपुर लाई थी. पुलिस रिमांड पर चल रहा गुलामुद्दीन प्रतिदिन एक नई कहानी गढ़ देता है, जिसके चलते पुलिस की जांच अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है. पूछताछ के दौरान गुलामुद्दीन कई अन्य व्यक्तियों के नाम तो लेता है, लेकिन कोई सबूत नहीं दे पा रहा है.
इसके चलते पुलिस भी उनके विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है. आज पुलिस ने गुलामुद्दीन को उसके घर ले जाकर घटनास्थल और शव को गाड़ने वाले स्थान पर मौका मुआयना करवाया, साथ ही घटना के बाद में जिन-जिन स्थानों पर गया था, वहां की भी मौका तस्दीक करवाई गई है. पुलिस का कहना है की जांच में परिजन पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे है, जिसके चलते जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है.
पुलिस ने एक बार फिर परिजनों को नोटिस जारी कर अनीता चौधरी के सरदारपुरा स्थित निवास स्थान और कुड़ी तेजाजी मंदिर स्थित धरना स्थल पर नोटिस चस्पा किया है जिसमें कहा है की मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसलिए वह अब पुलिस का सहयोग करें ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके. घटना के 12 दिन बाद भी मृतका अनीता चौधरी के शव का पोस्टमार्टम नहीं होना भी पुलिस के लिए एक बड़ी परेशानी का सबक बना हुआ है. लगातार समझाइश के बावजूद परिजन ना तो शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हो रहे हैं , ना ही जांच में सहयोग कर रहे हैं, ऐसे में अब देखना होगा कि पुलिस किस तरह इस पूरे प्रकरण को निस्तारित कर पाती है.
...जोधपुर से सीनियर रिपोर्टर शिव प्रकाश पुरोहित की रिपोर्ट