हैदराबाद: भारत के खिलाफ पहले वनडे में 78 गेंद में 140 रन बनाने वाले माइकल ब्रेसवेल को क्रिकेट परिवार से विरासत में मिला है और देर से राष्ट्रीय टीम में पदार्पण के बावजूद उन्होंने अपनी छाप छोड़ी है.
पहले वनडे में जीत के लिये 350 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने छह विकेट 131 रन पर गंवा दिये थे . ब्रेसवेल ने हालांकि अकेले दम पर टीम को जीत के करीब पहुंचा ही दिया था लेकिन 12 रन से चूक गए.
पिता मार्क न्यूजीलैंड के लिये प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले:
पिछले साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले 31 वर्ष के ब्रेसवेल ने इससे पहले आयरलैंड के खिलाफ भी एक मैच में नाबाद 127 रन बनाये थे जब न्यूजीलैंड ने एक समय पर 153 रन पर छह विकेट गंवा दिये थे. उसके परिवार में अंकल जॉन ब्रेसवेल, ब्रेंडन ब्रेसवेल और कजिन डग ब्रेसवेल भी टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं . उनके पिता मार्क न्यूजीलैंड के लिये प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले हैं .
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस अनुभव का फायदा मिल रहा:
मैच के बाद ब्रेसवेल ने कहा कि मुझे घरेलू क्रिकेट के अनुभव का काफी फायदा मिला है. मुझे पता है कि किस तरह से खेलना है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस अनुभव का फायदा मिल रहा है. सौ प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके ब्रेसवेल ने न्यूजीलैंड में काफी टी20 क्रिकेट खेला है और वह उसी अंदाज में बेखौफ खेलते नजर आये. उन्होंने कहा कि टी20 का मुझ पर काफी प्रभाव रहा है . इससे वनडे क्रिकेट रोमांचक हो गया है.आप किसी भी स्थिति में हो, अपना स्वाभाविक खेल दिखा सकते हैं. टी20 क्रिकेट में सीखी चीजें वनडे में काफी काम आ रही हैं. सोर्स-भाषा