जयपुर: राजस्थान में नशा-मुक्त समाज की दिशा में पुलिस ने एक और बड़ा कदम बढ़ाया है. पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा ने जयपुर के जगतपुरा स्थित महल रोड, 7 नंबर चौराहे पर एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के नए अत्याधुनिक कार्यालय का उद्घाटन किया. इस मौके पर कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे.
उद्घाटन के दौरान डीजीपी राजीव शर्मा ने पूजा-अर्चना कर फीता काटकर कार्यालय का विधिवत शुभारंभ किया. इस दौरान आईजी एएनटीएफ विकास कुमार ने विंग की विभिन्न शाखाओं का अवलोकन कराया और एएनटीएफ द्वारा की गई प्रमुख कार्यवाहियों की विस्तृत जानकारी दी.
श्रीगंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर सहित 10 जिलों की चौकियों के प्रभारी भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े. डीजीपी ने कहा कि एएनटीएफ की कुल 18 चौकियाँ स्थापित की जानी हैं, जिनमें से 10 पहले ही कार्यरत हैं,
उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात करते हुए, डीजीपी श्री राजीव शर्मा ने एएनटीएफ के मिशन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एएनटीएफ की कुल 18 चौकियां स्थापित होनी हैं, जिनमें से 10 में संचालन शुरू हो चुका है. एएनटीएफ को अपने गठन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों से सुसज्जित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध एक सघन और वृहद् स्तर पर कार्रवाई हो, इसके लिए एक कोऑर्डिनेटर अप्रोच के साथ केंद्रीय और राज्य की अन्य एजेंसियों को साथ मिलकर काम करने की शुरुआत की गई है. अंतर-राज्य बॉर्डर पर ड्रोन से मादक पदार्थों की सप्लाई से निपटने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं. बीएसएफ पहले से ही कार्यरत है और राजस्थान पुलिस भी इसके लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने स्पष्ट किया कि मादक पदार्थ की आवागमन-सप्लाई पर रोक लगे और इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे.
नशे के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान चलाने के लिए केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाया जा रहा है.उन्होंने बताया कि अंतरराज्यीय बॉर्डर पर ड्रोन से मादक पदार्थों की सप्लाई रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए गए हैं और स्थानीय पुलिस की मदद से कार्रवाई को और मजबूत किया जाएगा. डीजीपी ने चेतावनी दी कि नाबालिगों का उपयोग कर मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर अब नए कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि एएनटीएफ, एनसीबी के साथ मिलकर संयुक्त अभियान जारी रखेगी, ताकि नशे के कारोबार पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके, इस कार्यक्रम में डीजी ट्रैफिक अनिल पालीवाल, एडीजी दिनेश एमएन, हवा सिंह घुमरिया, भूपेंद्र साहू, वी के सिंह, विशाल बंसल, बिपिन पाण्डेय, प्रशाखा माथुर, लता मनोज कुमार सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे.