नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘द केरला स्टोरी’पर रोक लगाने के लिए आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है कि क्यों तृणमूल कांग्रेस नेता की सहानुभूति केरल की निर्दोष लड़कियों के बजाय आतंकवादी संगठनों के प्रति है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने यहां के सिनेमाघर में ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म देखी. उन्होंने कहा कि फिल्म ने धर्मांतरण के भयावह गठजोड़ को उजागर किया है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि ममता बनर्जी ने फिल्म पर रोक लगाकर पश्चिम बंगाल की बहन-बेटियों के साथ अन्याय किया है. उन्हें बताना चाहिए कि वह आतंकवादी विचारधारा के साथ हैं या उसके खिलाफ. ठाकुर ने कहा कि यह समझ से परे है कि क्यों उनकी सहानुभूति आतंकवादी संगठनों के साथ है न कि केरल की उन लड़कियों के साथ जो आतंकवाद का शिकार हैं. आज पूरा देश उनसे (बनर्जी से) पूछना चाहता है कि क्यों आतंकवाद को केंद्रित इस फिल्म से उन्हें इतनी समस्या है.
उन्होंने कहा कि देश में सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की गई है और इसका सकारात्मक असर देश में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर होगा. ठाकुर ने कहा कि पहली बार फिल्म ने साहसिक तरीके से दुनिया को केरल में चल रही वैश्विक आतंकवाद की खतरनाक साजिश को दिखाया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और वामदल एक दशक से जिस सच्चाई को देश से छिपा रहे थे वह हमारे सामने आ गई है. यह महज फिल्म नहीं है बल्कि दस्तावेज है जो भारत के खिलाफ आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठनों की साजिश को उजागर करती है.
ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और वामदल तुष्टिकरण की राजनीति में संलिप्त हैं और दशकों तक आतंकवादी साजिशों का बचाव करने के लिए अदालत तक का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने कहा कि जो इस फिल्म को एजेंडा- प्रोगगेंडा मानते हैं, ऐसे आतंकवाद के हिमायतियों को मैं बताना चाहता हूं कि आज देश का बच्चा-बच्चा केरल की कहानी को जान गया है जिसे वे छिपा रहे थे. सोर्स भाषा