जयपुर : अरुण चतुर्वेदी ने राज्य वित्त आयोग अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है. इस दौरान डिप्टी सीएम डॉ.प्रेमचंद बैरवा, विधायक बालमुकुंदाचार्य पहुंचे. पदभार संभालने के बाद अरुण चतुर्वेदी कहा कि राजस्थान के हालात विषम हैं. लेकिन डेढ़ साल में विभिन्न जल समझौतों से स्थिति अच्छी हुई है.
जल की ही समस्या रहती है. लेकिन अब यह समस्या दूर होगी. पंचायती राज संस्थान, शहरी निकाय अपने पैरों पर खड़े हों, इसके प्रयास होंगे. जो दायित्व दिया है, उस पर खरा उतरने का प्रयास होगा. प्रदेश में केंद्र, राज्य के जो कर आते हैं और जो राजस्व के स्रोत हैं. उनके जरिए कैसे शहरी निकाय, पंचायतीराज संस्थाओं की मजबूती का काम तेजी से हो.
उसे बढ़ाने का दायित्व आयोग के पास है. इसके लिए स्टेकहोल्डर्स से बातचीत करके रिपोर्ट सरकार को देंगे. प्रयास करूंगा कि आयोग में तीन और सदस्यों की नियुक्ति जल्द की जाए. हम चर्चा करके बजट से पहले अंतरिम रिपोर्ट देंगे. बड़े शहरों, गांवों के साथ छोटे गांवों का विकास तेजी से हो. पीएम मोदी के इस सपने को पूरा करने की दिशा में काम होगा.
बाकी सूचनाओं का संकलन करके, फंड नीचे तक पहुंचे. और विकास की गति सुनिश्चित करने का प्रयास होगा. अब तक की जो प्राप्तियां हैं, उनमें से निकायों और पंचायतों को दे. आयोग का दायित्व यह होता है. लेकिन निकाय और पंचायत के अपने खुद के स्रोत कैसे बढ़े. तब तक आत्मनिर्भरता नहीं आ सकती.
हम इस पर विचार करके आत्मनिर्भर बनाने को लेकर सिफारिश करेंगे. प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अनुसार आय के साधन चुनौती के विषय हैं. फिर भी डेढ़ साल में सीएम ने जहां से पैसे ला सकते थे, उसे लाने का काम किया. ईआरसीपी, यमुना जल समझौते को लेकर काम किया. बिजली आपूर्ति भी सुनिश्चित की. बता दें कि अरुण चतुर्वेदी को राजस्थान सरकार ने कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है.