नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों की अनदेखी करने के रवैये को खत्म किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुरुषों और लड़कों को समझना चाहिए कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है.
उन्होंने कहा कि जबतक समाज अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझेगा और खुद में बदलाव नहीं लाएगा तबतक दिल्ली को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने की सभी कोशिशें बेकार जाएंगी. केजरीवाल दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पुरस्कार के विजेताओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
करीब 100 महिलाओं को सम्मानित किया:
उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार वितरित कर वह रोमांचित महसूस कर रहे हैं, खासतौर पर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की महिला चालको को. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार डीटीसी बेड़े में और महिला चालकों को शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने डीटीसी की 31 महिला चालकों को सम्मानित किया. दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) द्वारा शुरू किए गए पुरस्कार समारोह में करीब 100 महिलाओं को सम्मानित किया गया.
उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए एक खास दिन:
यह पुरस्कार उन महिलाओं को दिया जाता है जिन्होंने महिलाओं के प्रति असाधारण साहस और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है. समारोह को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि साल में सभी 365 दिन महिलाओं के लिए हैं लेकिन यह महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए एक खास दिन है. एक कहावत है : उम्र महज एक संख्या है. आज इस कार्यक्रम में 104 वर्षीय और 106 वर्षीय महिलाओं को सम्मानित किया जा रहा है. हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए.
भगवानी देवी डागर को सम्मानित किया गया:
उन्होंने कहा कि आज डीसीडब्ल्यू अवार्ड्स प्रतिष्ठित पुरस्कार बन गए हैं. पुरस्कार जीतने वाली सभी महिलाओं को बधाई. केजरीवाल ने कहा कि यह कहावत है कि उम्र महज संख्याएं हैं. आज इस कार्यक्रम में 104 और 106 साल उम्र की महिलाओं को सम्मानित किया गया है. हमें इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. तीन बुजुर्ग महिलाओं 105 वर्षीय कुट्टियम्मा कोंथी और रमा बाई और 95 वर्षीय भगवानी देवी डागर को सम्मानित किया गया है. सोर्स-भाषा