बांग्लादेश में हिंसा के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने की संसद भंग, हिंसा- आगजनी और भारी उपद्रव के चलते बिगड़े हालात

बांग्लादेश में हिंसा के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने की संसद भंग, हिंसा- आगजनी और भारी उपद्रव के चलते बिगड़े हालात

बांग्लादेश: हिंसा-उपद्रव के बीच तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में संसद भंग कर दी गई. बांग्लादेश में हिंसा के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने संसद भंग की. हिंसा, आगजनी, भारी उपद्रव के चलते बांग्लादेश में हालात बिगड़ गए. बांग्लादेश में सत्ता पलट से कपड़ा उद्योग की सप्लाई चेन को झटका लगा. कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री (CITI) की चिंता बढ़ गई. बांग्लादेश तैयार कपड़ों का बहुत बड़ा निर्माता और निर्यातक है. बांग्लादेश के कारोबार का कुछ हिस्सा भारत में शिफ्ट होने के आसार है. भारत का कपड़ा बांग्लादेश में रेडीमेड गारमेंट में तब्दील होता है. 

विश्व के बड़े ब्रांड बांग्लादेश से अपने गारमेंट तैयार करवाते हैं. तिरुपुर जैसे शहरों में बांग्लादेश के कारोबार का हिस्सा आ सकता है. तिरुपुर रेडीमेड वस्त्र तैयार करने का बहुत बड़ा केंद्र है. बांग्लादेश के संकट का ग्लोबर रिटेल मार्केट पर व्यापक असर होगा. साथ ही पूर्व पीएम खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया है. कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद खालिदा घर में नजरबंद हैं. बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने एक अंतरिम सरकार का गठन करने का भी ऐलान किया है. और प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है. बांग्लादेश की स्थिती लगातार खराब होती जा रही है. शेरपुर जेल पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया है. हमले के बाद शेरपुर जेल से 518 कैदी भाग गए हैं. प्रतिबंधित जमात उल मुजाहिदीन के भी कई आतंकी भाग गए हैं. वहीं बांग्लादेश में आज कर्फ्यू खत्म हो गया है. आज से सभी स्कूल और बाजार खुलेंगे. बांग्लादेश में सुबह 6 बजे कर्फ्यू हटा दिया गया है.

अब बांग्लादेश में कौन संभालेगा कुर्सी ? 
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में प्रधानमंत्री पद पर कौन बैठेगा इसको लेकर अटकलों का दौर जारी है. बताया जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री बन सकते हैं. आरक्षण विरोधी आंदोलन के कॉर्डिनेटर नाहिद इस्लाम ने कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार की रूपरेखा तैयार की जाएगी. मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी. उन्हें गरीबी विरोधी अभियान के लिए 2006 में नोबेल शांति मिला था. बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को बांग्लादेश को छोड़ भारत पहुंचीं इससे कुछ समय पहले ही उन्होंने इस्तीफ़ा देकर देश से बाहर जाने का फ़ैसला किया था. इस समय शेख हसीना को को हिंडन एयरबेस पर सेफ हाउस में रखा गया है. जहां से वह  लंदन या फिनलैंड जा सकती हैं.