दिल्ली में एक सत्र को छोड़कर, ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन शानदार रहा- Glenn Maxwell

मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला ग्लेन मैक्सवेल का मानना है कि भारत के खिलाफ दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी को छोड़कर उनकी टीम का प्रदर्शन पहले दो टेस्ट मैचों में शानदार रहा है.

दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की टीम मजबूत स्थिति में थी लेकिन मैच के तीसरे दिन दूसरी पारी में महज 52 रन के अंदर नौ विकेट गंवाकर टीम बैकफुट पर आ गयी. ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के मुताबिक मैक्सवेल ने कहा कि मुझे लगता है कि उन्होंने बहुत जज्बा दिखाया है. उस एक सत्र के अलावा मुझे लगा कि वे शानदार रहे है. वह बहुत मुश्किल जगह (टेस्ट मैच के लिए) है. वहां खेलना आसान नहीं है. हमारे लिए वहां की परिस्थिति काफी अलग है.

इस दौरे की एकदिवसीय श्रृंखला के लिए टीम में वापसी करने वाले मैक्सवेल ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है, हमने बराबरी की टक्कर दी और हमरा प्रदर्शन भारत के बराबर ही रहा है. टीम ने काफी हौसला दिखाया. ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा खिलाड़ियों में स्टीव स्मिथ के अलावा मैक्सवेल एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने  भारत में टेस्ट शतक बनाया है.

अधिक देर तक पकड़ बनानी होगी: 
पैर में फ्रैक्चर के कारण पांच महीने तक खेल से दूर रहे मैक्सवेल ने कहा कि यह बस थोड़ा और जज्बा दिखाने के बारे में है. भारत के खिलाफ जब हम मैच में हावी होंगे तो हमें उन पलों पर और अधिक देर तक पकड़ बनानी होगी. इस हरफनमौला ने कहा कि तीसरे दिन (दिल्ली में) की शुरुआत में मुझे लगा कि हम मैच में बहुत आगे हैं, और टेस्ट में किसी भी समय भारत से आगे रहना एक संकेत है कि हम सही चीजों को सही तरीके से कर रहे हैं. इन चीजों को थोड़ी और देर तब बनाये रखने की कोशिश करनी होगी.

एकदिवसीय टीम में शामिल किया गया है:
मैक्सवेल को 17 मार्च से भारत में शुरू होने वाले तीन मैचों के लिए एकदिवसीय टीम में शामिल किया गया है. पिछले नवंबर में एक जन्मदिन की पार्टी में चोटिल होने के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है. उन्होंने कहा कि मैं पिछले कुछ समय से लगातार चयनकर्ताओं के संपर्क में हूं और यह शायद उतनी तेजी से नहीं हुआ जितना मैं चाहता हूं. उन्होने कहा कि पिछले साल विश्व कप के बाद मैं काफी थकान महसूस कर रहा था. इस तरह (चोटिल होकर) हालांकि खेल से दूर होना अच्छा नहीं होता लेकिन मुझे जरूरी विश्राम मिला. सोर्स-भाषा