सरिस्का से आ रही इस वक्त की बड़ी खबर ! बाघिन एसटी 14 दिखी दो शावकों के साथ

सरिस्का से आ रही इस वक्त की बड़ी खबर ! बाघिन एसटी 14 दिखी दो शावकों के साथ

जयपुर: सरिस्का टाइगर रिजर्व से गांव का विस्थापन वन्यजीवों के लिए वरदान साबित हो रहा है यहां बाघिन एसटी 14 ने दो शावकों को जन्म दिया है. सरिस्का के फील्ड डायरेक्टर रूप नारायण मीणा ने बताया कि सरिस्का टाईगर रिजर्व की रेंज अकबरपुर के डाबली - सुकोला वन क्षेत्र में बाघिन एसटी 14 के मूवमेंट क्षेत्र में कैमरा ट्रैप के अवलोकन किये जाने पर दो नवजात शावक दिखाई दिये, जिनकी आयु लगभग दो माह की है. 

प्रथम दृष्टया बाघिन एसटी-14 एवं दोनों नवजात शावकों का मूवमेंट सामान्य पाया गया है. बाधिन एसटी-14 एवं उसके दोनों नवजात शावकों की मॉनिटरिंग बढ़ाई जाकर  सघन मॉनिटरिंग के निर्देश दिए. दरअसल गांव विस्थापन सघन वन क्षेत्रों में मानवीय दखल कम हुआ है इससे वन्य जीवो में स्ट्रेस भी कम हुआ है और वह स्वच्छंद विचरण करने लगे हैं. सरिस्का को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव शेखर अग्रवाल भी संजीदा रहते हैं वह यहां खुद लगातार दौरे कर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही टाइगर पार्क के अधिकारियों को मोटिवेट भी करते हैं. 

इसी तरह वन बल प्रमुख डॉक्टर डीएन पांडे और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर भी सरिस्का को लेकर सघन मॉनिटरिंग करते रहे हैं. पीसीसीएफ हॉफ डॉ डीएन पाण्डेय ने बताया कि गत दो वर्षों में ग्राम डाबली के पूर्ण विस्थापन एवं ग्राम सुकोला के लगभग आधा ग्राम विस्थापन के कारण बाघिन एसटी-14 ने इसी क्षेत्र में अब दोबारा दो शावकों को जन्म देकर अपनी स्थायी एवं सुरक्षित टैरिट्री निर्धारित कर साबित की है. वर्तमान में सरिस्का टाईगर रिजर्व में अब तक कुल बाघों की संख्या 25 थी, जो इन दो नवजात शावकों के आगमन से अब बढ़कर 27 हो गई है.